scriptसीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट पर पलीता- पहले टेंडर के बिना कराया काम, अब लगा दिया गौठान में ताला | Lock in Corporation's Model Gothan | Patrika News
दुर्ग

सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट पर पलीता- पहले टेंडर के बिना कराया काम, अब लगा दिया गौठान में ताला

भूपेश सरकार के नरवा, गरवा, घुरवा, बारी प्रोजेक्ट के तहत शहर में आवारा मवेशियों को रखने पुलगांव, बघेरा, उरला, बोरसी में 4 गौठान बनाया जाना है। इसके लिए 96 लाख की स्वीकृति दी गई है। पहले चरण में पुलगांव में गोकुल नगर के पास साढ़े 5 एकड़ में गौठान बनाया गया है।

दुर्गNov 12, 2019 / 02:23 pm

Hemant Kapoor

सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट पर पलीता- पहले टेंडर के बिना कराया काम, अब लगा दिया गौठान में ताला

पुलगांव में गोकुल नगर के पास साढ़े 5 एकड़ में बनाया गया गौठान

दुर्ग. सीएम भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत गौठान निर्माण का उनके ही जिले में बुरा हाल है। नगर निगम के अफसरों ने पहले टेंडर खुलने का इंतजार किए बिना गोकुल नगर में चहेते ठेकेदार 10.14 लाख से गौठान का काम दे दिया। मामला खुला तो निर्माण आधा-अधूरा छोड़ दिया और अब फंड का रोड़ा बताकर गेट पर ताला जड़ दिया है। इधर गौठान की सुविधा नहीं होने के कारण 4 हजार से ज्यादा मवेशी शहर की सड़कों पर घूम रहे हैं।

क्वालिटी पर पहले ही विवाद
गौठान के बाउंड्रीवाल की क्वालिटी को लेकर निर्माण की शुरूआत में ही विवाद हो गया था। विधायक अरुण वोरा ने गौठान का आकस्मिक निरीक्षण कर गड़बड़ी का खुलासा किया था। उन्होंने बेहद कमजोर व पतली दीवार, केवल 6 इंच की नींव और दीवार से लगाकर कोटना बना देने पर आपत्ति दर्ज कराई थी।

चहेते के लिए टेंडर में गड़बड़ी
गौठान निर्माण के टेंडर में भी गड़बड़ी का खुलासा हो चुका है। निगम प्रशासन ने शेड, फिलिंग और लिंक फेंसिंग के काम के लिए 24 जुलाई को 10.14 लाख का टेंडर बुलाया था। टेंडर की अंतिम तिथि 8 अगस्त रखी गई थी, लेकिन टेंडर खुलने से पहले ही पिछले दरवाजे से काम शुरू कर दिया गया था।

नहीं चारा-पानी का प्रबंध
नगर निगम द्वारा गौठान एक अगस्त को हरेली के दिन शुरू किया जाना था। इससे पहले मवेशियों के चारा के लिए 4 एकड़ भूमि में नेपियर घास और मक्का उगाया जाना था। बायो गैस प्लांट भी लगाया जाना था, लेकिन चारा तो दूर 3 माह में निगम के अफसर मवेशियों के लिए पानी का भी प्रबंध नहीं कर पाए।

सड़कों पर 4000 मवेशी
निगम के अफसरों के मुताबिक शहर में 4 हजार से ज्यादा आवारा मवेशी है। इनमें से अधिकतर 24 घंटे सड़कों पर घूमते रहते हैं। जीई रोड के अलावा इंदिरा मार्केट, पटरीपार सिकोला सब्जी मार्केट व धमधा रोड, पुलगांव के आसपास मवेशियों का जमावड़ा रहता है। गौठान अथवा कांजी हाउस नहीं होने के कारण निगम ने मवेशियों की धरपकड़ भी बंद कर दी है।

खोज नहीं पाए जमीन
गोकुल नगर के अलावा शहर के बघेरा, उरला व बोरसी में भी गौठान बनाने का प्रपोजल तैयार किया गया था। यहां भी 20 से 25 लाख खर्च कर मॉडल गौठान बनाया जाना है। यहां गौठान बनने से सभी आवारा मवेशियों को ठिकाना मिल जाता, लेकिन निगम के अफसर इनके के लिए जगह तक नहीं खोज पाए हैंं।

फंड को लेकर दिक्कत
नगर निगम के प्रभारी अधिकारी जितेंद्र समैया का कहना है कि गौठान का अभी पूरा काम नहीं हो पाया है। फंड को लेकर दिक्कत है। इस संबंध में प्रपोजल बनाकर भेजा गया है। प्रपोजल की क्या स्थिति है, फंड कब मिलेगा और गौठान का निर्माण कब तक हो पाएगा यह अभी बता पाना संभव नहीं है।

Home / Durg / सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट पर पलीता- पहले टेंडर के बिना कराया काम, अब लगा दिया गौठान में ताला

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो