काम बंद होने की सूचना पर शुक्रवार को विधायक अरुण वोरा मौके पर पहुंचे। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें अफसरों से अनुमति दिलाने की मांग की। इस पर वोरा ने जिला प्रशासन व खनिज विभाग के अफसरों से बात की। वोरा ने बताया कि अफसर जल्द अनुमति की बात कह रहे हैं। इसके बाद ठेकेदार से दोबारा काम शुरू कराया गया।
विधायक ने तालाब की दुर्दशा के लिए निगम प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले सांसद मोतीलाल वोरा की निधि से तालाब का पचरीकरण कराया गया था। मरम्मत नहीं होने के कारण तालाब दोबारा खस्ताहाल हो गया है।
विधायक वोरा ने सिकोला तालाब के साथ दूसरे तालाबों की खराब हालत के लिए निगम प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि बोरसीभाठा तालाब, ठगड़ा बांध, शीतला तालाब, पोलसायपारा तालाब, टप्पा तालाब, चंडी तालाब, बांधा तालाब में तत्काल सफाई की जरूरत है। यदि बारिश से पहले इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आंदोलन कर निगम में ताला लगा दिया जाएगा।
विधायक अरुण वोरा ने इस संबंध में कहा कि शहर के आधा दर्जन से ज्यादा तालाबों की तत्काल सफाई व मरम्मत की जरूरत है, लेकिन निगम का ध्यान नहीं है। जल्द काम शुरू नहीं कराया गया तो लोगों के साथ मिलकर निगम के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।