बेदखली के नोटिस के बाद सिद्धार्थ नगर में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि सिद्धार्थ नगर में पिछले 85 वर्षो से रहते आ रहे हैं। विनेश ने लाखों रुपए खर्च कर मकान को बनाया। बीते दिनों पूजा पाठकर गृह प्रवेश किया। बेदखली की नोटिस को उसने सहन नहीं कर सका और ब्लेट से अपने हाथ की नस को काट लिया। उसकी पत्नी ने पड़ोसियों को घटना की जानकारी दी। तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया। लोगों ने बताया कि वर्ष 1984 में नगर निगम ने उन्हें रहने के लिए 30 वर्ष का पट्टा जारी किया था। अभी महीने भर पहले उन्होंने फिर से 30 वर्ष के लिए अपना पट्टा रिनिवल भी करा लिया। इसके बाद नगर निगम ने बेदखली का नोटिस जारी किया है। विनेश ने हाल ही में लाखों रुपए खर्च करके पूजा पाठ करके गृह प्रवेश किया था।
दुर्ग नगर ने सिद्धार्थ नगर में रहने वाले दुर्गा प्रसाद, तुलसीदास, लखन लाल, दिलीप गुजरिया, पंचू गुजरिया, ब्रिजेश गुजरिया और खुदल सेवते को बेदखली नोटिस जारी किया है। तीन दिन के अल्टीमेटम भी दिया है।
विनेश गुजरतिया के दामाद ने पुलिस को बताया कि 10 दिन पहले गिरधर दिल्लीवार और घनश्याम दिल्लीवार ने कहा था कि कोर्ट से केस जीत लिया है। जमीन खाली करो नहीं तो बुल्डोजर से गिरवा देगा। सप्ताहभर पहले इन लोगों ने नापजोख भी किया था। मामले में पुलिस जांच कर रही है।
मृतक विनेश गुजरतिया वेटलिफ्टर था। वेटलिफ्टिंग में नेशनल खेल चुका था। निगम में नियमित पंप ऑपरेटर की नौकरी करता था। उसकी मौत से मोहल्ले सहित पूरे परिवार में मातम पसर गया है।
रविवार को निगम की नोटिस व निगम कर्मियों द्वारा मकान तोड़े जाने की बात से आहत दिलीप गुजरतिया सदमे में आ गया। उसे हार्ट अटैक आ गया। तत्काल उसे जिला अस्पताल में ले गए। जहां भर्ती कराया गया। उसका उपचार चल रहा है।