नहीं लौटे अपचारी बाल संप्रेक्षणगृह के अपचारी बालक रोशनदान पर लगे जाली को तोड़ रात तीन बजे भाग निकले थे। वे पुलगांव नाला पार कर बायपास रोड पहुंचे और अलग अलग दिशा में रवाना हो गए। पुलिस ने अब तक ५ अपचारियों को पकड़कर वापस संप्रेक्षणगृह पहुंचाया है।
नाला में बहे अपचारी का पता नहीं चला संप्रेक्षणगृह लौटे अपचारी बालकों ने पुलिस को सूचना दी है कि उन्हें एक अपचारी के नाला के तेज बहाव में बहने की आंशका है। इसे गंभीरता से लेते हुए पुलगांव पुलिस ने तीसरे दिन भी पुलगांव नाला में स्थानीय गोताखोरो की मदद से खोजबीन की, लेकिन अपचारी का पता नहीं चला।
अंशकालिन एमबीबीएस डॉक्टर की होगी नियुक्ति बाल गृह (बालक) दुर्ग में जल्द ही डॉक्टर की नियुक्ति की जाएगी। एमबीबीएस डॉक्टर (अंशकालीन) नियुक्त करने 30 अगस्त तक आवेदन मांगा गया है। मानदेय के रुप में प्रतिमाह 15 हजार रूपए दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बाल गृह से भी तीन बच्चे भागे है। जिसकी सूचना पद्मनाभपुर चौकी में दी गई है।
संप्रेक्षण गृह की ये दो बड़ी वारदात १२ जुलाई २०१६ – संप्रेक्षणगृह अपचारियों ने खूब उत्पात मचाया था। किशोर न्यायालय की तत्कालीन न्यायाधीश मोहनी कंवर के सामने सिपाही और दो अन्य कर्मचारियों पर चाकू से हमला किया था। किचन से रसोईगैस सिलेण्डर को लेकर छत पर चढ़ गए थे।समझाने गए अफसरों को ब्लास्ट करने की धमकी दी और पत्थरबाजी की।
१ नवंबर २०१७ – बाल संप्रेक्षणगृह के प्लेस ऑफ सेफ्टी में दो पक्षों में विवाद हुआ। नशे में धुत दो अपचारियों ने अपने से छोटों की पिटाई कर दी। बाद सबने मिलकर उन दोनों की पिटाई कर दी। मारपीट से घायल एक अपचारी की जिला अस्पताल में उपचारप के दौरान मौत हो गई।
पुलगांव थाना टीआई चेतन साहू ने बताया कि बाल संप्रेक्षण गृह से भागे बच्चों की तलाश कराने टीम अलग अलग दिशाओं में रवाना किया गया है। भागे हुए बच्चों के संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस को सूचना दी गई है। परिवार वालों से भी संपर्ककिया जा रहा है। नाला में बहने की आशंका पर एक अपचारी की खोजबीन तीसरे दिन भी कराई गई पर पता नहीं चला।