सेल चेयरमैन ने आए शिष्टमंडल का भिलाई आने के लिए आभार जताया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारतीय रेल की आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को पूरा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोडेंग़े। उन्होंने सेल व रेल की पारस्परिक निर्भरता का जिक्र करते हुए कहा कि रेल के बगैर सेल का भविष्य नहीं है और उसी प्रकार सेल के बगैर रेल भी अधूरी है। अत: जरूरी है कि मिल-जुलकर अपनी जिम्मेदारी को समझें और राष्ट्र निर्माण की अपनी अहम भूमिका निभाएं। अंत में इस्पात भवन में चौबे को सीआईएसएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
अतिथियों ने संयंत्र भ्रमण की कड़ी में सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए मेनगेट के समीप स्थापित सेफ्टी एक्सीलेंस सेंटर सुरक्षा कवच का अवलोकन किए। सुरक्षा कवच में सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए विभिन्न प्रकार के सुरक्षा पोस्टरों व बैनरों को भी लगाए हैं। इस सेंटर में सुरक्षा संबंधी विभिन्न आंकड़े व सुरक्षा संबंधित जानकारियां भी हैं। इस मौके पर रेलवे बोर्ड सदस्य चौबे ने सुरक्षा कवच के अवधारणा की सराहना की।
इसके बाद अतिथियों ने बोरिया गेट के समीप स्थित राइजिंग भिलाई पार्क में सेल-रेल मैत्री के 60 साल पूरा होने के मौके पर प्रतीक स्मारक का अनावरण किया। यहां रेलवे बोर्ड सदस्य व सेल चेयरमैन ने पौधरोपण किया। इस मौके पर बीएसपी के सीईओ एके रथ समेत कार्यपालक निदेशक भी मौजूद थे।
इंजीनियरिंग रेलवे बोर्ड के सदस्य व सेल चेयरमैन ने महामाया, ब्लास्ट फर्नेस-8 में आयरन मेकिंग, एसएमएस-2 में स्टील मेकिंग, रेल व स्ट्रक्चरल मिल व यूआरएम में रेल निर्माण की विभिन्न बारीकियों व रेल फोर्जिंग, रेल लोडिंग व निर्माण की विभिन्न कडिय़ों का गहरी रूचि के साथ अवलोकन किया।