पहला वे वर्ग जो फ्रंटलाइन वर्कर हैं और 60 वर्ष से अधिक हैं। दूसरा वर्ग वो है जिन्होंने पहला डोज ले लिया है और दूसरा डोज जिन्हें लेना है। इसके साथ ही स्कूल के 15 साल से 18 साल के बच्चे भी शामिल हैं। शाला त्यागी बच्चों के लिए भी वैक्सीनेशन की सुविधा होगी। अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर पूरी तैयारियां कर ली गई है। महाभियान के लिए टीम लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि पूर्व में महाभियान को बड़ी सफलता मिली थी। अभी टीकाकरण होने से कोविड के विरोध में बड़ी आबादी को प्रतिरोध मिलेगा। उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूएचओ ने भी लगातार अपनी प्रेस रिलीज में कहा है कि व्यापक टीकाकरण और सजगता ही कोरोना को दूर करने का बड़ा माध्यम बन सकता है। दुर्ग जिले में इसके लिए लगातार प्रयास किए गए हैं। जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए विशेष अभियान पूर्व में भी चलाया गया था। इसमें पूर्व में ही ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी की गई थी। इसमें स्वास्थ्य शिविर भी किया गया था जो बचे लोग थे उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया गया था। इससे जिले में टीकाकरण का कवरेज काफी बढ़ा है।
टीकाकरण महा अभियान के तहत अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लग सके इसके लिए एएनएम, वैक्सीनेटर, सीआरपी, मितानीन को टीम में शामिल किया गया है। भिलाई में टीकाकरण महाअभियान के लिए 65 वैक्सीनेशन सेंटर तैयार किए गए हंै। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र में मोबाइल टीम उपलब्ध रहेगी जो घूम घूम कर वैक्सीन लगाएगी। महापौर नीरज पाल एवं सभापति गिरवर बंटी साहू ने टीकाकरण अभियान में जुडऩे सभी नागरिकों से अपील की है। निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे टीकाकरण अभियान को लेकर जोन आयुक्तों एवं अधीनस्थ अधिकारियो/कर्मचारियों की बैठक लेकर उन्हें निर्देशित कर रहे हैं। वहीं टीकाकरण से छूटे हुए लोगो का फील्ड सर्वे कार्य किया जा रहा है, ताकि प्रथम डोज एवं द्वितीय डोज के छुटे हुए व्यक्तियों का टीकाकरण हो सके।