scriptकैसे बनेगा शहर टैंकर मुक्त – 153 करोड़ खर्च और पांच नई टंकियों से सप्लाई के बाद भी आधा दर्जन वार्डों में जल संकट | Water crisis in half a dozen wards even after spending 153 crores | Patrika News
दुर्ग

कैसे बनेगा शहर टैंकर मुक्त – 153 करोड़ खर्च और पांच नई टंकियों से सप्लाई के बाद भी आधा दर्जन वार्डों में जल संकट

0 पेयजल की 30 साल की जरूरत की पूर्ति के दावे के साथ 153 करोड़ रुपए से अमृत मिशन के तहत कार्य कराए जा रहे हैं। 0 निगम प्रशासन का दावा है कि इसका 90 फीसदी से ज्यादा कार्य हो चुका है। योजना के तहत बनाए गए छह में से पांच नई टंकियों से पेयजल सप्लाई भी शुरू हो गया है।0 इसके बाद भी शहर को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। हालात यह है कि दर्जनभर से ज्यादा वार्डों में लो-प्रेशर की शिकायत है, वहीं आधा दर्जन वार्डों में अब भी जल संकट के हालात है।

दुर्गMay 06, 2022 / 10:44 am

Hemant Kapoor

कैसे बनेगा शहर टैंकर मुक्त - 153 करोड़ खर्च और पांच नई टंकियों से सप्लाई के बाद भी आधा दर्जन वार्डों में जल संकट

कई इलाकों में ऐसे होती है पेयजल की व्यवस्था

छह वार्डों में पानी की किल्लत
दोनों योजनाओं के तहत पानी सप्लाई के बाद भी शहर के 6 वार्ड में अब भी जल संकट की स्थिति है। इनमें सर्वाधिक खराब स्थिति केला बाड़ी व कसारीडीह इलाके का है। इसी तरह ग्रामीण वार्डों में करहीडीह में पानी की किल्लत चल रही है। साथ ही शहर के मध्य खंडेलवाल कॉलोनी, ऋषभ नगर, गया नगर के उपरी इलाके, नयापारा, तमेर पारा, बैगापारा, कचहरी वार्ड के कुछ इलाकों में भी संकट बना रहता है।

एक दर्जन वार्डों में लो-प्रेशर
अमृत मिशन के टंकियों से पाइप लाइन के इंटरकनेक्शन कार्य के बाद कई वार्डों में लो-प्रेशर की शिकायत है। बघेरा टंकी से कनेक्शन के बाद गयानगर, राजीव नगर में लो प्रेशर की शिकायत है। यहां के ऊपरी इलाके में पानी नहीं पहुंचने की शिकायत है। वहीं नयापारा वार्ड के साहू पारा, मंडल निवास क्षेत्र, गौरा चौरा, कुम्हार पारा, मठ पारा वार्ड, वार्ड 17 शक्ति नगर और औद्योगिक नगर व कचहरी वार्ड में लो प्रेशर की शिकायत है।

हर तीसरे वार्ड में टैंकर की डिमांड
राज्य शासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत घर-घर नल कनेक्शन पहुंचाकर नगरीय निकायों को टैंकर मुक्त बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके विपरीत शहर के हर दूसरे वार्ड में टैंकर की डिमांड आ रही है। निगम के पास फिलहाल 22 टैंकर है। जानकारी के मुताबिक इन सभी टैंकरों से सप्लाई के बाद भी कई इलाकों में वेटिंग की स्थिति बन रही है।

दो पाइप लाइन में उलझी व्यवस्था
निगम के पुराने पाइप लाइन से जुड़े नल कनेक्शन को अमृत मिशन की नई पाइप लाइन में शिफ्ट कर पानी सप्लाई की योजना थी। शहर के अधिकतर इलाकों में पुराने नल कनेक्शन की शिफ्टिंग में दिक्कत के कारण नए व पुराने दोनों पाइप लाइन से पानी सप्लाई की जा रही है। इससे दोनों ही पाइप लाइन में पर्याप्त प्रेशर नहीं बन पाता। इसके कारण नलों में भी पर्याप्त पानी नहीं पहुंचता।

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