26 दिसंबर को पड़ेगा साल का आखरी सूर्य ग्रहण, बनेंगे ये दुर्लभ संयोग 1.इंसानी शरीर (human body) बिलकुल एक मशीन की तरह काम करता है और मौत उस मशीन के बंद होने की आखिरी प्रक्रिया होती है। व्यक्ति की मौत से कई महीने पहले से ही उसके शरीर के आंतरिक भाग काम करना बंद करने लगते हैं।
2.जब व्यक्ति की मृत्यु होने वाली होती है तो दिमाग और शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। 3.सांसों के रुकने से दिल भी काम करना बंद कर देता है। इसके 4 से 6 मिनट के बाद दिमाग को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। जिसकी वजह से मस्तिष्क (brain) की कोशिकाएं मरने लगती हैं।
4.मरते वक्त इंसान के कान सबसे आखिर में खराब होते हैं। 5.मौत के बाद हर घंटे शरीर का तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस गिरने लगता है। 6.शरीर में मौजूद खून कुछ जगहों पर जमने लगता है और शरीर अकड़ जाता है।
7.व्यक्ति शारीरिक रूप से भले ही मर जाता है मगर उसकी बॉडी पूरी तरह से नहीं मरती है। वैज्ञानिकों के अनुसार मौत के 24 घंटे तक शरीर में त्वचा की कोशिकाएं (skin cells) जीवित रहती हैं।
8.शोधकर्ताओं के अनुसार व्यक्ति की आंत में मौजूद बैक्टीरिया भी जल्दी नहीं मरते हैं। ऐसे में शरीर नष्ट नहीं होता है। 9.जब व्यक्ति मरने वाला होता है तो उसे अपने किए हुए सारे कर्म याद आने लगते हैं। साइंस की भाषा में ये उसी तरह की प्रक्रिया कि दिमाग बंद होने से पहले मेमोरी को सेव करता है।
10.जो लोग अकाल मृत्यु प्राप्त करते हैं यानि कम उम्र में ही जिनकी मौत हो जाती है उनकी हसरतें अधूरी रहती हैं। ऐसे में मरते समय आंखे खुली रहती हैं।