– करवाचौथ शारदीय नवरात्रि के बाद मनाया जाता है, जिसमें महिलाएं चांद को देखर अपना व्रत खोलती हैं।
– महिलाओं को इन दिन देर तक नहीं सोना चाहिए क्योंकि मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म के इस व्रत की शुरुआत सूर्योदय के साथ ही हो जाती है।
– इस दिन सास द्वारा दी गई सरगी को ही खाना चाहिए। इसके अलावा कोई बाहर की अन्य चीज नहीं खानी चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता।
– करवाचौथ के व्रत के दिन कैंची, सूई, चाकू यानि धारदार वाली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
– इन दिन कोशिश करें कि सफेद और काले रंग के कपड़े का इस्तेमाल न करें। लाल रंग के कपड़े का ही इस्तेमाल करें क्योंकि काले और सफेद रंग के कपड़े को हिंदू धर्म में शुभ नहीं माना जाता।
– इस दिन काले रंग के कपड़े का इस्तेमाल पूजा और मंदिर में किसी भी काम के लिए न करें।
– इस दिन भूलकर भी किसी सफेद चीज का दान न करें। जैसे दूध, पनीर, दही,घी आदि क्योंकि ऐसा करना अशुभ संकेत माना जाता है।
– इस दिन अगर घर में कोई सदस्य सो रहा है, तो महिलाएं उन्हें न उठाए। महिलाओं की जगह पर कोई अन्य व्यक्ति सोते हुए व्यक्ति को उठाए क्योंकि महिलाओं का ऐसा करना धर्माकि शास्त्रों में अशुभ माना जाता है।
– वैसे तो पति-पत्नी में नोक-झोक होती ही रहती है। लेकिन इस दिन भूलकर भी अपने पति से झगड़ा न करें।
– इस दिन जो महिलाएं व्रत रखती हैं। वो किसी का भी अपमान न करें और अपने मुंह से गलत शब्दों का प्रयोग न करें।