14 जनवरी 1919 को जन्में सैयद अतहर हुसैन रिजवी उर्फ कैफी आजमी के पिता जमींदार थे।
•Jan 13, 2018 / 09:22 pm•
जमील खान
उन्होंने एक अन्य रोजाना अखबार में हास्य व्यंग्य भी लिखना शुरू किया, लेकिन तब भी खर्चे पूरे नहीं हुए तो उन्होंने फिल्मी गीत लिखने का निश्चय किया। कैफी ने सबसे पहले शाहिद लतीफ की फिल्म ‘बुजदिल’ के लिए दो गीत लिखे जिसके एवज में उन्हें 1000 रुपए मिले। इसके बाद वर्ष 1959 में प्रदर्शित फिल्म ‘कागज के फूल’ के लिए उन्होंने ‘वक्त ने किया क्या हसीं सितम तुम रहे ना तुम हम रहे ना हम’ जैसा सदाबहार गीत लिखा।
Home / Dus Ka Dum / ‘कर चले हम फिदा जानों तन साथियो अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों’