1.हिंदू शास्त्रों के अनुसार एक विवाहित महिला के लिए सिंदूर ही उसकी सबसे बड़ी पहचान होती है। इसलिए सभी सुहागिन स्त्रियों को इसका सम्मान करना चाहिए। मगर कई बार हम सिंदूर लगाते समय ध्यान नहीं देते हैं और कभी भी मांग भर लेते हैं। मगर इसका सही तरीका यह है कि सिंदूर हमेशा नहाने के बाद सिर पर पल्ला रखकर भरना चाहिए।
2.कई बार महिलाएं साज-श्रृंगार करते समय अपने घर-परिवार में मौजूद अन्य सुहागन स्त्री का सिंदूर भर लेती हैं या उन्हें अपना सिंदूर दे देती हैं, लेकिन ये बिल्कुल गलत है। ऐसा करने से आपका सुहाग बंट सकता है और घर में कलेश हो सकता है।
3.विवाहित महिलाओं को कभी अपना काजल भी दूसरों से सांझा नहीं करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ऐसा करने से पति का प्रेम आपके लिए कम हो सकता है। वहीं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ऐसा करने पर आंखों का इंफेक्शन हो सकता है।
4.सुहागन स्त्रियों को कभी भी आपने हाथ में पहनी हुई चूडियां किसी दूसरे को नहीं देनी चाहिए। ऐसा करने से आपका भाग्य कमजोर हो सकता है। क्योंकि चूड़ियों के साथ आपकी किस्मत भी दूसरी महिला की झोली भी चली जाएगी।
5.शास्त्रों के अनुसार विवाहित महिलाओं को अपने माथे की बिंदी भी दूसरों को नहीं देनी चाहिए। इससे पति की जान को खतरा हो सकता है। इससे संबध विच्छेद का भी खतरा रहता है। 6.हालांकि कुछ धार्मिक ग्रंथों के अनुसार अगर आपको मजबूरी में अपनी बिंदी दूसरों को देनी पड़े तो बिंदी को आप पहले पान या किसी अन्य पेड़ के पत्ते पर लगा दें। इसके बाद पत्ते में रखकर ही उसे दूसरी स्त्री को दें।
7.बिछिया को भी सुहागन की निशानी माना जाता है। इसलिए इन्हें भूलकर भी दूसरों को नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से आपका सौभाग्य छिन सकता है। इससे आर्थिक समस्याएं भी आ सकती हैं। 8.महिलाएं अक्सर अपनी शादी का जोड़ा अपनी बहन, सहेली व अन्य स्त्री को दे देती हैं, क्योंकि वो इसे दोबारा नहीं इस्तेमाल कर सकती हैं। मगर शास्त्रों के अनुसार दूसरी स्त्री को अपनी शादी का जोड़ा नहीं देना चाहिए। इससे घर की समृद्धि प्रभावित हो सकती है।