1.3 जून को कई पर्वों के एक साथ पड़ने पर इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग, गज केसरी योग बन रहा है। अगर किसी की कुंडली में चांडाल योग, विष योग या पितृ दोष है तो इस दिन अन्न का दान करने से सभी तरह के दोषों के नकारात्मक प्रभाव से छुटकारा मिलेगा।
2.जो लोग शनि दोष से पीड़ित हैं उन्हें शनि जयंती के दिन पीपल में जल या कच्चा दूध चढ़ाना चाहिए, इससे शनि का प्रकोप कम होगा। 3.चूंकि 3 जून को वट सावित्री व्रत भी है इसलिए इस दिन वट वृक्ष पर कच्चा सूत लपेटें अब सात बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से आपके सुहाग की उम्र लंबी होगी।
गुरुवार के दिन व्रत का संकल्प लेकर करें ये 10 काम, पूरी होगी हर मुराद 4.इस दिन सोमवती अमावस्या भी पड़ रही है इसलिए अपने पूर्वजों के नाम पर दान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी। इस बार सोमवती अमावस्या पर अमृत योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं।
5.सोमवती अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन किसी पवित्र नदी में डुबकी लगाने और स्नान के समय से एक घंटे मौन व्रत रखने से शुभ फल मिलते हैं। इस दिन तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता भी दूर होती है।
6.शनि जयंती के दिन काले कपड़े पहनने और सवा किलो काला दिन दान करने से शनि का प्रकोप कम होगा। इससे आपके जीवन में आ रही परेशानियां दूर होंगी। 7.शनि देव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन बुजुर्गों की सेवा करें। साथ ही काले कुत्ते को सरसों का तेल लगी हुई रोटियां खिलाएं। इससे लाभ होगा।
8.वट सावित्री पूजा के दिन कथा पढ़ने और चने से व्रत खोलने पर पति की आयु लंबी होने के साथ वैवाहिक जीवन भी खुशहाल बनता है। 9.सोमवार के दिन सारे त्योहारों के पड़ने पर व्रत का प्रभाव कई गुणा बढ़ गया है। ऐसे में शिव जी की आराधना करने से व्यक्ति को दुखों से छुटकारा मिल सकता है।
10.सोमवती अमवास्या के दिन शिवलिंग पर नीलकंठ के फूल चढ़ाएं। साथ ही शहद से अभिषेक करें। ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।