एसबीआई के मुताबिक कनिष्क गोल्ड ने 2007 से लोन शुरू किया था बाद में उसने अपनी क्रेडिट सीमा बढ़वा ली। बता दें कि जिन 14 सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने कनिष्क को लोन दिया है उनमें एसबीआई सबसे आगे है। एसबीआई की ओर से लिखे एक पत्र में कनिष्क पर रिकॉर्ड्स में फेरबदल और रातोंरात शो रूम बंद करने का आरोप लगाया गया है। एसबीआई ने 11 नवंबर 2017 को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( आरबीआई) को इसकी जानकारी दी थी। जनवरी तक दूसरे बैंकों ने भी रेग्युलेटर को धोखाधड़ी के बारे में बताया।
गौरतलब है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पीएनबी से 14,600 करोड़ रुपए का घोटाला कर फरार हैं। हालांकि भारत में जांच एजेंसियां नीरव मोदी के ठिकानों पर कार्रवाई कर उसकी संपत्तियां जब्त कर रही हैं। वहीं उन्हें देश से वापस लाने के कानूनी तरीके तलाशे जा रहे हैं।