यह रस्म बजट 2020-21 से संबंधित दस्तावेजों की छपाई की शुरुआत से जुड़ी है। सीतारमण अपना दूसरा बजट पेश करेंगी। इससे पहले उन्होंने जुलाई 2019 में चुनाव बाद बजट पेश किया था। वित्त मंत्रालय के सभी सचिव, सीबीडीटी, सीबीआईसी प्रमुख व अन्य प्रमुख अधिकारी जो बजट से जुड़े हैं और दूसरे कर्मचारी भी हलवा रस्म का हिस्सा बने।
इन उम्मीदों का बजट
एक फरवरी को पेश होने वाले केंद्रीय बजट में बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा, रेलवे, कृषि, सिंचाई, मोबिलिटी, स्वास्थ्य, जल में निवेश के प्रावधान किए जाने की उम्मीद है। बीती तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 4.5 फीसदी रही। ऐसे में सरकार का मकसद मांग बढ़ाने और अर्थव्यवस्था में सुधार करने पर है। ऐसा कैसे किया जाएगा, इसे देखना बाकी है।
अब से वित्तमंत्रालय में ही रहेंगे अधिकारी
वित्त मंत्रालय की यह वार्षिक परंपरा बजट पेश किए जाने से कुछ दिनों पूर्व आयोजित होती है। लोहे के बड़े पात्र में तैयार ‘हलवा’ मंत्रालय के सभी कर्मचारियों के साथ-साथ वित्तमंत्री को भी परोसा जाता है। हलवा रस्म के बाद आज से वित्त मंत्रालय के बजट बनाने से जुड़े सभी अधिकारी, कर्मचारी बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय में ही रहेंगे और वित्तमंत्री के संसद में बजट पेश करने के बाद ही बाहर आएंगे।