ये आंकड़े केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए। जानकार बताते हैं कि बीते महीने देश के व्यापार घाटे में कमी आने में तेल आयात बिल में आई गिरावट का बड़ा योगदान है।
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जून में 11.03 अरब डाॅलर खर्च
भारत को इस साल जून में पेट्रोलियम, कच्चा तेल व उत्पाद के आयात पर 11.03 अरब डॉलर खर्च करना पड़ा जबकि पिछले साल जून में देश को पेट्रोलियम, कच्चा तेल व उत्पाद के आयात पर 12.72 अरब डॉलर खर्च करना पड़ा था। इस प्रकार डॉलर के मूल्य में इनके आयात पर 13.33 फीसदी कम खर्च हुआ। हालांकि रुपये के मूल्य में देखा जाए तो भारत द्वारा इस साल जून में आयात किए गए पेट्रोलियम, कच्चा तेल व उत्पाद का मूल्य 76, 586.73 करोड़ रुपये रहा जबकि एक साल पहले 2018 के इसी महीने में आयातित पेट्रोलियम, कच्चा तेल व उत्पाद का मूल्य 86, 270.79 करोड़ रुपये था। इस प्रकार पेट्रोलियम, कच्चा तेल व उत्पाद के आयात पर खर्च में पिछले साल के मुकाबले इस साल जून में 11.23 फीसदी की कमी आई।
रुपये में मजबूती से हुआ फायदा
इस संबंध में एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (करेंसी व एनर्जी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि डॉलर के मुकाबले देसी मुद्रा रुपये में पिछले नौ महीने में तकरीबन आठ फीसदी की मजबूती आई है। लिहाजा डॉलर के मूल्य में तेल आयात खर्च में ज्यादा कमी दर्ज की गई। अक्टूबर में डॉलर के मुकाबले देसी मुद्रा कमजोर होकर 74 रुपये प्रति डॉलर के ऊपर के स्तर पर चली गई, जोकि इस समय 68.65 रुपये प्रति डॉलर पर आ गई है। उन्होंने कहा कि तेल आयात बिल में कमी आने से देश का व्यापार घाटा कम हुआ है।
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जून माह में व्यापार घाटा 15.28 अरब डाॅलर
सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत का व्यापार घाटा इस साल जून में 15.28 अरब डॉलर रहा जबकि पिछले साल इसी महीने में व्यापार घाटा 16.60 अरब डॉलर था। इस प्रकार जून में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले व्यापार घाटा में तकरीबन आठ फीसदी की कमी आई।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का औसत भाव इस साल मई में 70.30 डॉलर प्रति बैरल था जबकि जून में औसत भाव 63.04 डॉलर प्रति बैरल रहा। इस प्रकार मई के मुकाबले जून में कच्चे तेल के दाम में 10 फीसदी की नरमी रही। वहीं, पिछले साल 2018 के जून में कच्चे तेल का औसत भाव 75.94 डॉलर प्रति बैरल था। इस प्रकार पिछले साल के मुकाबले इस साल कच्चे तेल के भाव में 16.98 फीसदी की नरमी रही।
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