अभी तक रिकवर हुआ 8 हजार करोड़ रुपए
एसोचैम के एक इवेंट को संबोधित करते हुए जोसेफे ने कहा, “हमने जीएसटी चोरी के खिलाफ अप्रैल माह में शुरुआत की थी जो नवंबर माह तक चला है। इससे हमें करीब 12 हजार कारोड़ रुपए के जीएसटी चोरी का पता चला है। सेंट्रल एक्साइज या सर्विस टैक्स की तुलना में यह बड़ी रकम है। बाजार में अधिक चालाक लोग हैं जिन्हें सरकार की नजर से अपने पैसे बचाने के रास्ते पता हैं।” सीबीआर्इसी में जांच को देखने वाले को लेकर जोसेफ ने कहा कि अभी तक टैक्स अधिकारियों द्वारा 8 हजार करोड़ रुपए का रिकवर किया जा चुका है। जोसेफ ने कहा कि इनमें 5 से 10 फीसदी एेसे कारोबारी हैं जो इंडस्ट्री का नाम खराब करने में लगे हुए हैं।
नए जीएसटी रिटर्न का बीटा वर्जन लाॅन्च होगा
गौरतलब है कि 1 जुलार्इ 2017 में करीब 17 लोकल टैक्सेज को एक में सम्मिलित करते हुए वस्तु एंव सेवा को लागू किया गया था। चूंकि, यह एक नर्इ टैक्स व्यवस्था थी तो सरकार इसे लागू करने के लिए कारोबारियों कर्इ तरह की छूट दी थी। जोसेफ ने इस बात की भी जानकारी दी कि शुरुआत में जीएसटी का नया रिटर्न फाॅर्म का बीटा वर्जन जारी किया जाएगा। इसके बाद कारोबारियों के पर्याप्त समय होगा कि वो इसे सुविधाजनक बनाने के लिए अपने सुझाव दे सकें। गत जुलार्इ माह में सीबीआर्इसी ने नए जीएसटी रिटर्न फाॅर्म का ड्राफ्ट पेश किया था। इनका नाम ‘सहज’ आैर ‘सुगम’ है। सीबीआर्इसी ने इसपर लोगों का सुझाव मांगा था। ये दोनों फाॅर्म्स GSTR-3B आैर GSTR-1 की जगह हाेगा।