निर्यात को दोगुना करने की चुनौती
प्रभु ने शिखर सम्मेलन में बताया कि भारत को सबसे आगे ले जाने का उनका मास्टर प्लान पूरी तरीके से तैयार है। उन्होंने बताया कि उनके मंत्रालय ने विनिर्माण, सेवा और कृषि क्षेत्र पर जोर देते हुए उन्होंने अपना लक्ष्य तैयार किया है। उनका कहना है कि विनिर्माण क्षेत्र को सबसे ज्यादा ध्यान निर्यात पर देना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इस समय हमारा कुल निर्यात करीब 500 अरब डॉलर का है और हमारी चुनौती इसे दोगुना करने की है। प्रभु आगे कहते है कि अभी हमारे पास अपना निर्यात बढ़ाने का काफी अच्छा मौका है। दुनिया में पुरानी चीजें खत्म हो रही हैं और नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। भारत को इसका पूरा लाभ उठाना चाहिए।
बनेगें दो नए एयरपोर्ट
वाणिज्य के अलावा केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे प्रभु ने बताया कि भविष्य में 65 अरब डॉलर के निवेश से 100 नए एयरपोर्ट बनाए जाएंगे। गुजरात सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच धोलेरा और अंकलेश्वर में दो नए एयरपोर्ट का विकास किया जाएगा। इसके लिए गुजरात सरकार और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बीच दो करार पर हुए हैं। धोलेरा के लिए हुए करार के अनुसार उस पर 1500 करोड़ रुपये की लागत आएगी।