सस्ती दवा लॉंच होते ही Lupin के शेयरों में आया जबरदस्त उछाल, फार्मा सेक्टर में दिखी बढ़त
3-6 महीने में सामान्य होंगे हालात- मैक्वारे की रिपोर्ट के मुताबिक अगर लॉकडाउन एक महीने के बाद खुलता है तो हालात ( हम आर्थिक दृष्टिकोण से बात कर रहे हैं ) सामान्य होने में तीन महीने का वक्त लगेगा और लॉकडाउन के 2 महीने तक चलने की सूरत में पूरे 6 महीने के बाद हालात नार्मल हो पाएंगे। यहां ध्यान देने वाली बात ये भी है कि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमिक ने लॉकडाउन के शुरूआती 2 हप्ते में 5 करोड़ लोगों के बेरोजगार होने की बात कही है। सर्वे के अनुसार मध्य मार्च में बेरोजगारी दर ( unemployment rate) 8.4 फीसदी थी जो 5 अप्रैल तक बढ़कर 23 फीसदी पर पहुंच गई है।
बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ( BCG ) की रिपोर्ट- BCG ग्रुप ने अपनी स्टडी में जून से पहले लॉकडाउन न हटने की बात कही है और इसके लिए जॉन हॉपकिन्स की एक रिसर्च को आधार बनाया है। जिसमें बाकी देशों में लॉकडाउन या पार्शियल लॉकडाउन के हालातों के आधार पर कोरोना वायरस के पीक केसेज की संख्या और फिर लॉकडाउन हटने की संभावित तिथि को ध्यान में रखा है। इसी आधार पर बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने लॉकडाउन की 2 संबावनाएं बताई है। जून के आखिरी में और दूसरी सितंबर के दूसरे सप्ताह में ।