केवल शीशा में रही बढ़त तांबा 3.35 रुपए यानी 0.81 फीसदी की कमजोरी के साथ 408.85 रुपए प्रति किलो पर बना हुआ था। जस्ता में करीब एक रुपया यानी 0.55 फीसदी की गिरावट के साथ 172.10 रुपए प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था। हालांकि, शीशा 0.43 फीसदी की बढ़त के साथ 140.80 रुपए प्रति किलो था और अल्युमीनियम में तकरीबन स्थिरता के साथ 143.50 रुपए प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था।
लंदन मेटल एक्सचेंज में भी गिरावट रही अंतरराष्ट्रीय बाजार लंदन मेटल एक्सचेंज यानी एलएमई पर गुरुवार को शीशा छोड़ बाकी सभी बेस मेटल के दाम में गिरावट दर्ज की गई। एलएमई पर अल्युमीनियम 0.72 फीसदी की कमजोरी के साथ 2,054.25 डॉलर प्रति टन पर कारोबार कर रहा था। जिंक में 0.86 फीसदी की कमजोरी के साथ 2,436.25 डॉलर प्रति टन और में कारोबार चल रहा था। वहीं निकेल और तांबे में एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। निकेल 190 डॉलर यानी 1.40 फीसदी फिसलकर 13,395 डॉलर प्रति टन रह गया। वहीं तांबा भी 73.25 डॉलर यानी 1.22 फीसदी लुढ़क कर 5,940 डॉलर प्रति टन पर आ गया। हालांकि, शीशा में 0.11 फीसदी की बढ़त के साथ 2,017.25 डॉलर प्रति टन पर कारोबार चल रहा था।
अमरीका ने धातु पाइप के आयात पर लगाई एंटी डंपिंग ड्यूटी अमरीका की ओर से छह देशों से आयातित धातु की पाइप पर 50 फीसदी एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने की घोषणा की गई है। अमरीका ने जिन छह देशों की पाइप पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने की घोषणा की है उनमें चीन, कनाडा, कोरिया, यूनान और तुर्की के साथ भारत भी शामिल है। इसलिए अमरीकी सरकार के इस फैसले से भारत से भी अमरीका को धातुओं की पाइप निर्यात पर असर पड़ेगा।
फेडरल रिजर्व ने बढ़ाई ब्याज दर इसके अलावा अमरीकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दर में बढ़ोतरी का संकेत देने के बाद एक बार फिर डॉलर गुरुवार को दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मजबूत हो गया। डॉलर इंडेक्स 0.35 फीसदी की मजबूती के साथ 95.33 पर बना हुआ था। पिछले सत्र में डॉलर इंडेक्स 95 के स्तर से नीचे आ गया था। बाजार विश्लेषक बताते हैं कि डॉलर में आई मजबूती से भी औद्योगिक धातुओं में गिरावट आई है। जानकारों का मानना है कि डॉलर में तेजी का असर भारतीय रुपए पर भी पड़ सकता है।