25% तक मिलता है कमीशन एलआईसी अपने एजेंट्स को पॉलिसी की किस्त का 25 फीसदी तक कमीशन के रूप में देती है। यह पॉलिसी की पहली किस्त (पहले साल के प्रीमियम) पर ही लागू होता है, इसके बाद कमीशन घटता जाता है। पॉलिसीधारक जितनी बार भी किस्त जमा कराएगा, एजेंट को उतनी बार कमीशन मिलेगी। एंजेट को एक तरह से केवल एक बार ही पॉलिसी करनी है। उसके बार हर इंस्टॉलमेंट पर उसकी कमीशन तय होती है।
2 तरह के होते हैं प्लान एलआईसी की वेबसाइट के मुताबिक एंडोमेंट और मनीबैक पॉलिसी के तहत ग्राहकों को अलग-अलग तरह से कमीशन मिलता है। दोनों ही पॉलिसी में कमीशन की दरें अलग होती हैं। एंडोमेंट पॉलिसी पर किस्त के कुल भाग का 35 फीसदी तक और मनीबैक में किस्त के कुल भाग का 25 फीसदी तक कमीशन मिलती है। इसके बाद कमीशन घटनी शुरू हो जाती है।
पॉलिसी के मुताबिक कमीशन एलआईसी अपनी पॉलिसी के मुताबिक एजेंट का कमीशन तय करती है। एंडोमेंट पॉलिसी पर एंजेट को पहली कमीशन किस्त के 25 फीसदी तक मिलती है। इसके अलावा कमीशन का 40 फीसदी अतिरिक्त एजेंट को मिलता है। मान लीजिए किसी एजेंट के बनाए किसी क्लाइंट ने पॉलिसी की पहली किस्त 10 हजार रुपए जमा की है, तो एंजेंट को 2500 रुपए कमीशन के तौर पर मिलेंगे। इसके अलावा 1000 रुपए कमीशन का 40 फीसदी हिस्सा है। इस तरह एजेंट को पहली किस्त पर करीब 3500 रुपए कमीशन मिलेगी। जितनी लंबी पॉलिसी होगी, उतनी ज्यादा एजेंट की कमाई होगी।
7.5% की दर से मिलती है बाद की कमीशन एंडोमेंट पॉलिसी में पहले कमीशन के बाद अगली दो किस्त के लिए 7.5 फीसदी कमीशन मिलता है। अगले साल भी ग्राहक 10 हजार की किस्त जमा कराता है तो एजेंट को 750 रुपए किस्त के मिलते हैं। चौथी किस्त से एजेंट को 5 फीसदी कमीशन मिलता है। कंपनी के मुताबिक कमीशन के अलावा भी एजेंट को कई फायदे मिलते हैं।
मनी बैक पॉलिसी में कितना मिलता है कमीशन मनीबैक पॉलिसी में एजेंट को पहला कमीशन करीब 25 फीसदी तक मिलता है, जिसमें पहली किस्त 15 फीसदी तक कमीशन होता है। वहीं कमीशन का 40 फीसदी अतिरिक्त मिलता है। इसके बाद दूसरे और तीसरे साल का कमीशन 10 फीसदी तक होता है। इसके बाद हर साल 6 फीसदी का कमीशन एजेंट को मिलता है।
20 साल में लाखों कमाते हैं एजेंट एलआईसी की वेबसाइट के मुताबिक अगर ग्राहक 20 साल की पॉलिसी लेता है और हर साल 10 हजार रुपए प्रीमियम जमा कराता है तो 20 साल बाद एंडोमेंट पॉलिसी में एंजेट को 1.35 लाख और मनीबैक पॉलिसी में 1.43 लाख रुपए मिलते हैं। यह तो सिर्फ एक ग्राहक से कमाई है। एजेंट जितनी ज्यादा पॉलिसी करवाता है, उसकी कमाई भी उसी हिसाब से बढ़ती जाती है।