पिचई ने एआई को मानवता के पक्ष में काम करने वाली तकनीक बताया। उन्होंने कहा कि यह मानव सभ्यता के लिए आग और पहिए के आविष्कार से भी ज्यादा महत्त्वपूर्ण है। पिचई ने माना कि परफेक्ट मशीन की दौड़ में कहीं एआई एक अधूरी तकनीक बनकर न रह जाए जो विकसित होने की प्रक्रिया में इंसानों को ही निशाना बनाने लगे।
पिचई ने कहा कि तकनीक और एआई में हमें मानवीय पहलू को शामिल करना ही होगा क्योंकि यह मानवता पर ही सबसे गहरा प्रभाव डालती हैं। कंपनियों को अपने स्तर पर ही पुख्ता करना होगा कि ये मशीनें जानलेवा हथियार में न बदलें।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों गूगल सहित फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन जैसी कई बड़ी कपंनियां आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काम कर रही हैं। खास तौर पर गूगल ने तो युवाओं और बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिखाने के लिए कई नई एजुकेशनल स्कीम्स (उदाहरण के लिए google .com/machine-learning/crash-course/ml-intro%C3%82″>https://developers.google.com/machine-learning/crash-course/ml-intro%C3%82 , https://ai.google/education/ भी शुरु की हैं। इन एजुकेशनल स्कीम्स के तहत युवा और छात्र आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़े विभिन्न कोर्सेज को घर बैठे सीख सकते हैं और अपने कॅरियर के लिए गाइडेंस पा सकते हैं।