उन्होंने बताया कि मदरसे में चार हजार मुस्लिम और एक हजार से अधिक हिंदू बच्चे पढ़ रहे हैं। मदरसे में मंदिर के निर्माण को लेकर कट्टरपंथियों की आपत्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे फर्क नहीं पड़ता है कि कोई क्या कह रहा है। सलमा के अनुसार, वह यहां के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले हिन्दू बच्चों की सुरक्षा की खातिर यह मंदिर बनवा रही हैं। दो महीनों में मदरसा में मंदिर और साथ ही मस्जिद बनकर तैयार हो जाएंगे।
उन्होंने कहा, देश तथा प्रदेश में आज का माहौल ठीक नहीं है। हॉस्टल से बाहर मंदिर दर्शन के लिए जाते समय किसी बच्चे के साथ कुछ हो गया तो इस मामले में जवाब देते नहीं बनेगा। अब मदरसा में ही मंदिर बनाया जाएगा। इस मंदिर में शिवजी और हनुमानजी की मूर्तियां होंगी। दो महीने में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा, और मस्जिद भी। बिजनौर के एक मदरसा में हथियार मिलने पर उन्होंने कहा, यह बेहद शर्मनाक घटना है। किसी भी शर्मनाक प्रकरण से बचने के लिए वहां की सुरक्षा की जिम्मेदारी तो मदरसा संचालकों को ही निभानी चाहिए।