वहीं, 90 हजार से अधिक बच्चों ने इकोनोमिक्स और इतिहास विषय के लिए आवेदन किया है। बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) के लिए क्रमश: 85 हजार 791 और 74 हजार 921 बच्चों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। विज्ञान कोर्स में सबसे ज्यादा आवेदन गणित के लिए भरे गए हैं। इसके बाद भौतिकी और कंप्यूटर साइंस का नंबर आता है। 70 हजार से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।
सबसे कम मांग पर्यटन, दर्शन शास्त्र, एप्लाइड मनोविज्ञान और मानव संसाधन विकास जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की रही। सबसे ज्यादा मांग वाले विषयों के मुकाबले, महज एक तिहाई आवेदकों ने इन विषयों रुचि दिखाई है। उल्लेखनीय है कि डीयू से सम्बद्ध कॉलेजों में ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया 15 मई को शुरू हुई थी जो 7 जून तक चली थी।
प्रवेश के लिए डीयू पहली कट ऑफ लिस्ट १९ जून को जारी करेगा। यूनिवर्सिटी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सिर्फ पांच कट ऑफ लिस्ट जारी की जाएंगी। हालांकि, सीटों की उपलब्धता को देखते हुए पांच से ज्यादा कट ऑफ लिस्ट जारी हो सकती हैं।
डीयू के स्नातक दाखिले में 90 फीसदी आवेदन सीबीएसई विद्यार्थियों के
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में स्नातक पाठ्यक्रम के लिए इस साल आए करीब 90 फीसदी आवेदन सीबीएसई सेपास हुए विद्यार्थियों के हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश व हरियाणा बोर्ड हैं। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़े में यह जानकारी दी गई। इस साल 278,574 विद्यार्थियों ने स्नातक पाठ्यक्रम के लिए डीयू के 60 से ज्यादा कॉलेजों में दाखिले के लिए आवेदन किया है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 15 मई से 6 जून तक चली।
इसमें से 249,694 आवेदन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से उत्तीर्ण विद्यार्थियों के हैं। यह किसी बोर्ड से आने वाले सबसे ज्यादा आवेदकों की संख्या है। इसके बाद उत्तर प्रदेश व हरियाणा बोर्ड का नंबर है, जिसके क्रमश: 22,266 व 10,858 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है।
इनके बाद एक निजी बोर्ड, काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन का स्थान है। इसके 9,681 छात्रों ने विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए आवेदन किया है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग से कुल 3,856 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया है। दाखिले की प्रक्रिया 19 जून को पहली कट ऑफ के प्रकाशित होने के साथ शुरू होगी। विश्वविद्यालय ने इस साल पांच कट ऑफ का प्रावधान किया है, लेकिन सीटों की उपलब्धता के आधार पर यह और जारी की जा सकती है।