राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि ‘मैंने हमेशा यह माना है कि लोगों की सहायता कर, उन्हें मुश्किलों से निकालकर और सभी इंसानों में ज्ञान का प्रकाश फैलाकर हम ईश्वर की सबसे बड़ी सेवा कर सकते हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि यही वह मिशन है जिससे हममे निर्देशित होना जारी रखना होगा और बेहतर समाज, केरल के भाग्य और अपने सपनों के भारत का निर्माण करना होगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वहां उपस्थित सभी लोगों को बधाई दी तथा बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने संस्थान में पहले आ चुके कई दिग्गजों को भी याद किया। जैसे, अक्टूबर 1927 में महात्मा गांधी यहां आए थे जब स्वतंत्रता संग्राम में सहयोग करने के लिए संस्थान के छात्रों ने 501 रुपये इकट्ठे किए थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कहा कि आज यह बहुत छोटी रकम लग रही है, लेकिन 1927 में बहुत थी। राष्ट्रपति ने कॉलेज के निर्माण और प्रशासन में चर्च की भूमिका पर भी अपने विचार प्रकट किए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि केरल का ईसाई समुदाय भारत ही नहीं दुनियाभर में सबसे पुराने समुदायों में से एक है। सेंट थॉमस के पूर्व छात्रों में कई पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इनमें ई.एम.एस.नम्बूदिरीपाद, सी. अच्युतमेनन शामिल हैं। इसके अलावा यहां दिग्गज कांग्रेस नेता सी.एम. स्टीफन भी शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं।