चितौड़गढ़ के निदेशालय माध्यमिक बोर्ड ने मिड डे मील को लेकर गाइडलाइन (Mid Day Meal New Guideline) जारी की है। इस गाइडलाइन के अनुसार, मिड-डे मील में मिलने वाले भोजन को बच्चों के सामने परोसने से पहले स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की माताओं से टेस्ट करवाया जाएगा। हर दिन कम-से-कम 5 माताओं को स्कूल आकर भोजन को टेस्ट करना होगा। उनके द्वारा अप्रूव होने के बाद ही बच्चों को यह भोजन परोसा जाएगा।
राजस्थान में मिड-डे मील का मेन्यू (Mid Day Meal In Rajasthan Schools)
मिड-डे मील स्कूल के तहत अलग-अलग राज्यों के भोजन का मेन्यू निर्धारित होता है। इस मेन्यू के आधार पर ही हर दिन स्कूलों में खाना मिलता है। आइए, जानते हैं कि राजस्थान के स्कूल (Rajasthan Schools Mid Day Meal Menu) में किस दिन क्या दिया जाता है-
- सोमवार- सब्जी और रोटी
- मंगलवार- दाल और चावल
- बुधवार- दाल और रोटी
- गुरुवार- नमकीन चावल
- शुक्रवार- दाल और रोटी
- शनिवार- सब्जी रोटी
अब मां चखेंगी बच्चों को परोसे जाने वाला भोजन (New Guideline)
इस गाइडलाइन के जारी होने से पहले तक स्कूलों में जो भी खाना बनाया जाता था, वो बच्चों को परोस दिया जाता था। ऐसे में कई बार बच्चों को खराब खाना मिलता था। लेकिन अब इस आदेश के बाद छात्रों की माताओं को स्कूल बुलाकर उन्हें खाना चखने को दिया जाएगा। माताओं द्वारा अप्रूवल मिलने के बाद ही यह खाना बच्चों को परोसा जाएगा। वहीं अगर माताओं ने कोई आपत्ति दर्ज की तो यह खाना बच्चों को नहीं परोसा जाएगा। स्कूल अपने यहां पढ़ने वाले छात्रों की माताओं से बातचीत करेंगे और उन्हें खाना टेस्ट करने के लिए स्कूल बुलाया जाएगा। हालांकि, ऐसा करना महिलाओं की इच्छा पर निर्भर करेगा। यदि कोई ऐसा नहीं करना चाहे तो स्कूल उन्हें बाध्य नहीं कर सकता।