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माध्यमिक स्कूलों में दाखिले की दर बढ़ी

Published: Sep 17, 2017 09:09:25 pm

वर्ष 2016 के दौरान माध्यमिक स्कूलों में पंद्रह साल के 91 प्रतिशत बच्चों ने दाखिले लिए, जबकि वर्ष 2009 में यह संख्या 78 प्रतिशत थी।

Admission

Admission in secondary Schools

नई दिल्ली। देश में पिछले सात साल के दौरान माध्यमिक स्कूलों में दाखिला लेने वालो छात्रों की संख्या में 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अनिल स्वरूप ने शुक्रवार को एक समारोह में एक रिपोर्ट जारी करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 के दौरान माध्यमिक स्कूलों में पंद्रह साल के 91 प्रतिशत बच्चों ने दाखिले लिए, जबकि वर्ष 2009 में यह संख्या 78 प्रतिशत थी।

यंग लाइव्स राउंड फाइव प्रिलीमिनरी एजुकेश फाइंडिग्स एंड सेकंडरी स्कूल सर्वे रिपोर्ट इन इंडिया शीर्षक से जारी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि माध्यमिक स्कूलों में लड़कियों और अन्य पिछड़ा वर्ग के बच्चों के दाखिले में विशेष रूप से काफी तेजी आई है। वर्ष 2016 में पंद्रह वर्ष की 90 प्रतिशत बालिकाओं ने स्कूलों में दाखिला लिया था, जबकि 2009 में यह संख्या 74 प्रतिशत थी।

इसी तरह अन्य पिछड़ा वर्ग में पिछले वर्ष दाखिले की संख्या 74 प्रतिशत थी, जबकि 2009 में संख्या 76 प्रतिशत रही थी। रिपोर्ट के अनुसार सरकारी स्कूलों की तुलना में निजी स्कूलों में दाखिले का प्रतिशत में काफी कम वृद्धि हुई। वर्ष 2009 के 35 प्रतिशत की तुलना में 2016 में इसमें सिर्फ दो प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी हो पाई। यह सर्वेक्षण यंग लाइव्स इंडिया ने किया, जिसमें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के 205 स्कूलों का सर्वेक्षण किया गया।

इनमें 85 स्कूल सरकारी, 55 गैर सहायता प्राप्त निजी स्कूल, 29 सहायता प्राप्त स्कूल और 36 जनजातीय/समाज कल्याण स्कूल थे। इस दौरान नौवीं कक्षा के लगभग नौ हजार छात्रों का गणित, अंग्रेजी और विभिन्न कौशल की परीक्षा ली गई।

मप्र के स्कूलों में स्काउट-गाइड टीम अनिवार्य
भोपाल। मध्यप्रदेश शासन ने प्रदेश के सभी स्कूलों में स्काउट-गाइड टीमों का गठन और संचालन अनिवार्य कर दिया है। इस समय प्रदेश के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के करीब छह लाख 50 हजार विद्यार्थी इसके सदस्य हैं। सोमवार को जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, राज्य प्रशासन ने स्काउट-गाइड के क्रिया-कलापों को शिक्षा का अभिन्न अंग मानते हुए सभी विद्यालयों में स्काउट गाइड दलों का गठन एवं संचालन अनिवार्य कर दिया है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा तीसरी से 12वीं तक के छात्रों को उनकी उम्र के अनुरूप निर्धारित पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है।

ज्ञात हो कि स्काउट एंड गाइड का मुख्य उद्देश्य छात्रों को दी जा रही शिक्षा में सहयोग देते हुए उनका शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास करना है। राज्य में स्काउट-गाइड के सदस्य विभिन्न कार्यक्रमों में अहम भूमिका निभाते आ रहे हैं। पौधरोपण, पल्स पोलियो टीकाकरण, जन-जागरण रैलियों में स्काउट-गाइड के सदस्य की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। वर्ष 2016 में उज्जैन में हुए सिंहस्थ में स्काउट एंड गाइड के सदस्यों ने व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण सहयोग दिया था।

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