8.01 फीसदी कम
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के अनुसार इस साल 86.25 फीसदी पुरुष अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए जो पिछले साल के मुकाबले 6.38 फीसदी कम है। वहीं 85.02 फीसदी महिला अभ्यर्थियों ने नीट परीक्षा दी जो साल 2019 की तुलना में 8.01 फीसदी कम है।
चार सालों में लड़कियां आगे
2017, 2018 व 2019 की परीक्षाओं में उपस्थिति आंकड़ों से पता चलता है कि हमेशा लड़कियों की उपस्थिति लड़कों की तुलना में अधिक रही है। गौरतलब हो कि कोविड 19 के चलते छात्रों और अभिभावकों की मांग की थी कि परीक्षा को टाल दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार ने देश भर में एक लाख के करीब एमबीबीएस व बीडीएस सीटों के लिए परीक्षा आयोजित कराई थी।
अनुपस्थिति की यह भी है वजह
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी में एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इस बार नीट 2020 बोर्ड परीक्षा के बाद आयोजित की गई थी। इसमें वे छात्र-छात्राएं भी परीक्षा नहीं दे सके जो बोर्ड परीक्षा में पास नहीं हो सके थे।
रिजल्ट पिछले वर्षों जैसा ही
वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कोविड के चलते बोर्ड परीक्षा में भी उपस्थिति कम थी। इस नीट परीक्षा में ज्यादा लड़कों की अपेक्षा लड़कियां ज्यादा सफल हुई हैं। इस बार उपस्थिति के अनुपात में लड़कों व लड़कियों के सफल होने का अनुपात पिछले वर्षों के जैसा ही है। जिसमें 57.15 फीसदी लड़कियों व 55.58 फीसदी लड़के सफल हुए है।