गेट-२०१८ के बारे में जानकारी रखना बेहद जरूरी है। ऐसे में यदि आपको यही नहीं पता होगा कि इसका पेपर पैटर्न क्या है तो तैयारी अधूरी रह सकती है। परीक्षा में कौनसे टॉपिक अहम रूप से आएंगे, पेपर कितने अंकों का होगा, कितने सवाल इसमें होंगे और परीक्षा की समय सीमा क्या होगी आदि के बारे में जानकारी जुटा लें।
सिलेबस के ऐसे टॉपिक्स जिनपर आपको ज्यादा ध्यान देने के साथ ज्यादा मेहनत की जरूरत है, उन्हें रोजाना प्राथमिकता से पढ़ें। पुराने प्रश्न-पत्रों के अलावा टीचर्स से बात कर ऐसे टॉपिक्स की सूची तैयार करें जिनमें अधिक अंक आने की संभावना हो।
पूर्व की गेट परीक्षा में चयनित स्टूडेंट्स के आर्टिकल्स, उनके तैयारी करने का तरीका आदि को जानें। वे इंटरनेट पर अपने अनुभवों को साझा करते हैं। ऐसे में उनके द्वारा बताए गए अहम टॉपिक, जरूरी पुस्तकें और तैयारी के टिप्स को समझें।
परीक्षा से जुड़े मॉक टैस्ट या प्रेक्टिस पेपर को नियमित रूप से सॉल्व करते रहें। खास बात यह है कि ये पेपर्स ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यस से उपलब्ध होते हैं। इसके अलावा पुराने वर्षों के प्रश्न पत्र में दिए गए प्रश्नों की प्रकृति को समझते हुए अहम बिंदुओं के नोट्स की तैयारी करें और हफ्ते में एक दिन प्रश्नों को सॉल्व करें। रिवीजन का समय परीक्षा से पहले पूरा एक माह का रखें।