इसके अलावा, EWS श्रेणी के छात्र-छात्राओं के लिए 10 प्रतिशत अलौकिक सीटें (supernumerary seats) आरक्षित रखी जाएंगी। अध्ययन के पारंपरिक कार्यक्रम में प्रवेश के लिए, पीजी पाठ्यक्रमों में कुल सीटों में से 80 प्रतिशत सीटें गुवाहाटी विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए आरक्षित रखी जाएंगी। इससे पहले, सभी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश एक प्रवेश परीक्षा के माध्यम से किया जाता था, जो जून के अंतिम सप्ताह और जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित किया जाता था। हालांकि, कोरोनावायरस महामारी के कारण, इस वर्ष आयोजित नहीं की गई।
कई विश्वविद्यालय अपनी प्रवेश प्रक्रियाएं बदल रहें हैं। पूरी प्रवेश प्रक्रियाओं में महीनों की देरी लग रही है। अधिकतर स्नातक कोर्सेस में एडमिशन 12वीं क्लास में मिले अंकों के आधार पर दिया जाता है, जबकि पीजी कोर्सेस में एडमिशन स्नातक कोर्स में मिले अंकों के आधार पर दिया जाता है।