दिल्ली के मुख्यमंत्री ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की तरह ही हरियाणा को भी बेहतर स्कूलों और हस्पतालों की जरुरत है। अगर हम सत्ता में आए तो यहां भी दिल्ली की तर्ज पर स्कूलों और अस्पतालों में बदलाव देखने को मिलेगा। उन्होंने आगे कहा, हम यह बात बिना सबूत के नहीं कह रहे हैं। दिल्ली में निजी स्कूलों ने मनमाने ढंग से फीस में बढ़ोतरी कर दी थी, लेकिन हमने उन्हें बढ़ी हुई फीस वापस करने को को कहा। हमने पिछले तीन सालों में उन्हें मनमाने ढंग से फीस को नहीं बढ़ाने दिया है। पिछले कुछ महीनों में शिक्षा निदेशालय ने 191 निजी स्कूलों को मनमाने ढंग से बढ़ाई गई फीस को वापस लेने का आदेश दिया।
केजरीवाल ने कहा, इस साल मई में दिल्ली सरकार ने तीन निजी स्कूलों को 2018-19 शैक्षिक सत्र के लिए बढ़ाई गई फीस के आदेश को वापस लेने के लिए कहा। आदेश में स्कूलों को यह भी कहा गया कि बिना किसी देरी के वे बढ़ाई गई फीस को अभिभावकों को वापस कर दें, नहीं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हरियाणा की पिछली सरकारों पर भी हमला बोलते हुए कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर प्रदेश में विकास नहीं किया।
उन्होंने कहा, सरकार चाहे भूपिंदर सिंह हुड्डा या ओम प्रकाश चौटाली की हो या वर्तमान मनोहर लाल खट्टर की, प्रदेश में स्कूलों और अस्पतालों को विकसित करने की बजाए, भ्रष्टाचार में डूबे रहे। रैली में केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में उनपर हुए मिर्ची हमले को लेकर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा।
आप के संयोजक ने कहा कि खट्टर साहब पिछले चार साल से सत्ता में हैं और उनपर एक बार भी हमला नहीं हुआ है। ना ही किसी और मुख्यमंत्री पर इस तरह का कोई हमला हुआ है, लेकिन पिछले दो सालों में मुझपर चार बार हमले हुए हैं। गौरतलब है कि हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए अगले साल आम चुनाव के बाद चुनाव होने हैं। प्रदेश में 10 लोक सभा सीटे हैं।