भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देता है आईआईएमसी
आईआईएमसी के डायरेक्टर जनरल के.जी.सुरेश ने कहा कि यह जर्नलिजम में तीन महीने का एडवांस कोर्स होगा जिसमें विद्यापीठ की देखरेख में संस्कृत पढ़ाने का काम होगा। उन्होंने कहा कि आईआईएमसी हमेशा भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने का काम करता है। इसलिए हमने संस्कृत में कोर्स कराने का प्रयास किया है। इससे पहले हमने उर्दू में एक पूर्णकालिक जर्नलिजम प्रोग्राम शुरू किया था। इसके अलावा मराठी, ओड़िया और मलयालम भाषा में भी पत्रकारिता का कोर्स है। संस्थान में भारतीय पत्रकारिता का भी एक विभाग होगा। हालांकि सुरेश ने कहा कि यह कोर्स पूरी तरह से आईआईएमसी द्वारा नहीं करवाया जाएगा। लेकिन उसकी ट्रेनिंग वाला हिस्सा हम संचालित करेंगे।
आईआईएमसी के डायरेक्टर जनरल के.जी.सुरेश ने कहा कि यह जर्नलिजम में तीन महीने का एडवांस कोर्स होगा जिसमें विद्यापीठ की देखरेख में संस्कृत पढ़ाने का काम होगा। उन्होंने कहा कि आईआईएमसी हमेशा भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने का काम करता है। इसलिए हमने संस्कृत में कोर्स कराने का प्रयास किया है। इससे पहले हमने उर्दू में एक पूर्णकालिक जर्नलिजम प्रोग्राम शुरू किया था। इसके अलावा मराठी, ओड़िया और मलयालम भाषा में भी पत्रकारिता का कोर्स है। संस्थान में भारतीय पत्रकारिता का भी एक विभाग होगा। हालांकि सुरेश ने कहा कि यह कोर्स पूरी तरह से आईआईएमसी द्वारा नहीं करवाया जाएगा। लेकिन उसकी ट्रेनिंग वाला हिस्सा हम संचालित करेंगे।
संस्कृत पत्रकारिता में अनेक अवसर
इस कोर्स को करने के बाद छात्रों के बाद कई अवसर होगे। करियर की संभावनाओं को लेकर आईआईएमसी के डायरेक्टर जनरल के.जी.सुरेश ने कहा कि ‘हमने डीडी में वार्तावली कार्यक्रम शुरू किया है। ऑल इंडिया रेडियो में संस्कृत बुलेटिन चल रहा है। कुछ संस्कृत की पत्रिकाएं भी शुरू होने वाली हैं। खबर और संस्कृत समझने वाले लोगों के लिए एक मार्केट है। इसकी जरूरत धीरे-धीरे सामने आएगी।’
इस कोर्स को करने के बाद छात्रों के बाद कई अवसर होगे। करियर की संभावनाओं को लेकर आईआईएमसी के डायरेक्टर जनरल के.जी.सुरेश ने कहा कि ‘हमने डीडी में वार्तावली कार्यक्रम शुरू किया है। ऑल इंडिया रेडियो में संस्कृत बुलेटिन चल रहा है। कुछ संस्कृत की पत्रिकाएं भी शुरू होने वाली हैं। खबर और संस्कृत समझने वाले लोगों के लिए एक मार्केट है। इसकी जरूरत धीरे-धीरे सामने आएगी।’
पत्रकारिता में देश का सर्वोच्च संस्थान है आईआईएमसी आईआईएमसी पत्रकारिता के क्षेत्र में देश का सर्वोच्च संस्थान है। इसकी शाखाएं दिल्ली के अलावा ओडिशा, मिजोरम, महाराष्ट्र, केरला और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में है।