प्रश्न (1) – एंटीफा क्या है?
अमरीका में चल रहे आंदोलनों के सिलसिले में इन दिनों यह शब्द काफी इस्तेमाल में आ रहा है। अमरीकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आंदोलनों के पीछे इसका हाथ होने की आशंका व्यक्त की है। एंटी-फासिस्ट का संक्षिप्त रूप एंटीफा है। हालांकि ऐसा कोई औपचारिक केंद्रीय संगठन अमरीका में नहीं है, पर इसका बार-बार नाम जरूर आता है और इसे अपने नाम के साथ जोडक़र अनेक संगठन खड़े हो गए हैं। एक प्रकार से यह प्रतिरोध के स्वरों को व्यक्त करता है। इनमें पूंजीवाद विरोधी, समाजवादी, कम्यूनिस्ट, अराजकतावादी और वामपंथी झुकाव वाले समूह शामिल हैं। दूसरे विश्व युद्ध के पहले जर्मनी और इटली में ऐसे समूह खड़े हुए थे। आधुनिक अमरीकी एंटीफा आंदोलन की शुरूआत साल 1980 मे हुई थी। तब इसको एंटी रेसिस्ट एक्शन नाम के समूह के रूप में जाना जाता था। अमरीका के पोर्टलैंड ओहायो में सन 2007 में रोड सिटी एंटीफा (आरसीए) ने संभवत: पहली बार इस शब्द का इस्तेमाल किया।
प्रश्न (2) – श्री और सर्वश्री में क्या अंतर है?
श्री एक व्यक्ति के लिए इस्तेमाल होगा। जैसे श्री राजीव कुमार। जब हम कई नाम एक साथ लिखें तो शुरू में सर्वश्री लिखकर काम चला लेते हैं। आशय है कि मसलन सर्वश्री रमेश, सुरेश, महेश और राकेश।
प्रश्न (3) – रोमन लिपि में दो तरह के अक्षर क्यों होते हैं?
रोमन के अलावा ग्रीक, सिरिलिक, आर्मेनियाई और कॉप्टिक वर्णमालाओं में दो तरह से अक्षर लिखने की परम्परा है। प्राचीन ग्रीक में दोनों तरह के अक्षरों का इस्तेमाल होता था, अन्यथा शेष भाषाएं छापाखाने के आविष्कार के पहले तक हाथ के लिखे लेख में एक तरह के अक्षरों का इस्तेमाल ही करती थीं।
पुराने जमाने में रोमन स्क्वायर कैपिटल्स का इस्तेमाल इमारतों, भित्तियों या प्रस्तर लेखों में होता था। दोनों तरह के वर्ण होने पर भी हस्तलेख में कर्सिव शैली का इस्तेमाल होता था। पन्द्रहवीं सदी में छापाखाने का आविष्कार होने और गुटेनबर्ग के मूवेबल टाइप बन जाने के बाद छपाई में दोनों तरह अक्षर इस्तेमाल में आने लगे। जस्ते से बने दोनों तरह के टाइपों को साथ रखने के लिए दो तरह के केस बने। ऊपर रखे केस को अपर और नीचे रखे केस को लोअर कहते थे। दोनों केस के टाइपों का इस्तेमाल समय के साथ नए-नए ढंग से होता रहा। यह प्रयोग चल ही रहा है। अब आप अंग्रेजी के फॉर के लिए 4 का इस्तेमाल देख रहे हैं।