छूट की अवधि
एजुकेशन लोन लेते समय ही आपको पता कर लेना चाहिए कि आपको इसे चुकाने के लिए कितनी अवधि मिलेगी। आमतौर पर आप पूरी तरह से व्यवस्थित होने के बाद ही लोन चुका सकते हैं। हर बैंक में ऋण चुकाने की अवधि अलग-अलग होती है। इसके बारे में पूरी जानकारी जुटा लेना सही रहता है।
डाउन पेमेंट
डाउन पेमेंट वह राशि होती है, जो लोन लेते वक्त आपको बैंक में जमा करवानी पड़ती है। यह राशि ऋण की राशि का लगभग 5 से 20 फीसदी तक हो सकती है। इसके बारे में भी जरूर जानकारी समय रहते हासिल कर लें, ताकि आपको धनराशि जुटाने के लिए पूरा समय मिल सके और कोई तनाव न हो।
सिक्योरिटी
अगर आप किसी बैंक से लोन लेने जाते हैं तो बैंक बदले में आपसे कुछ सिक्योरिटी की मांग करते हैं। इसका आधार हर बैंक अलग-अलग तय करता है। इसलिए पहले ही जानकारी जुटा लें कि आप बैैंक से लोन लेने के लिए योग्य हैं या नहीं और आपके पास लोने के लिए उपयुक्त संसाधन हैं या नहीं।
चार्ज का मोड
हर बैंक का ब्याज लेने का अलग-अलग तरीका होता है। अगर आप ज्यादा लंबी अवधि तक लोन रखना चाहते हैं तो इससे आपके ऊपर ऋण का बोझ लंबे समय तक बना रहता है। जल्द से जल्द लोन चुका देना फायदेमंद रहता है। इससे हर बार मासिक किस्त की टेंशन नहीं रहती है।
फीस
बैंक लोन देते समय कई प्रक्रियाएं पूरी करते हैं। इन प्रक्रियाओं के लिए आपको हर बार कुछ न कुछ राशि का भुगतान करना पड़ता है। प्रोसेसिंग फीस, डॉक्यूमेंट फीस व अन्य फीस भी लोन के समय चार्ज की जाती है। इनके बारे में जानकारी कर लें। कई बार यह फीस काफी ज्यादा होती है।