ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन की ओर से आयोजित कराया जाने वाला मैट नेशनल लेवल मैनेजमेंट टेस्ट है, जो भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डवलपमेंट से अप्रूव्ड है। एसोसिएशन की ओर से साल में चार बार फरवरी, मई, सितंबर और दिसंबर में मैट आयोजित करवाया जाता है। अभी MAT-2018 (सितंबर) के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। इसमें टेस्ट पेपर बेस्ड यानी ऑफलाइन और कम्प्यूटर बेस्ड यानी ऑनलाइन दोनों ही मोड में कंडक्ट करवाया जाता है। अभ्यर्थी अपनी सुविधा के अनुसार कोई भी मोड चुन सकते थे। यही नहीं, अभ्यर्थी दोनों मोड में भी यह टेस्ट दे सकते थे।
मैट के आवेदन के लिए कैंडिडेट को ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन की वेबसाइट https://mat.aima.in/ पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। फिर अभ्यर्थी को ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म में दी गई सभी जानकारियां सही तरह से भरनी होंगी। साथ ही अभ्यर्थी को क्रेडिट कार्ड/ डेबिट कार्ड या फिर नेटबैंकिंग के जरिए रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा कराना होगा।
एप्लीकेशन फॉर्म भरते समय ध्यान रखें कि फोटो की स्कैन्ड इमेज 40 से 100 केबी के बीच होनी चाहिए, वहीं सिग्नेचर की स्कैन्ड इमेज 10 से 40 केबी के बीच हो। कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) या पेपर बेस्ड टेस्ट (पीबीटी) के लिए 1550 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस है। जो अभ्यर्थी सीबीटी और पीबीटी , दोनों के लिए आवेदन करना चाहता है, उसे 2650 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा कराना होगा।
मैट के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से किसी भी डिसिप्लीन में ग्रेजुएशन की डिग्री हो। जो स्टूडेंट ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर में हैं, वह भी मैट में अपीयर हो सकते हैं। इस मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट में अपीयर होने के लिए न्यूनतम या अधिकतम आयु की कोई बाध्यता तय नहीं है। इसलिए जो लोग काफी पहले ग्रेजुएशन कर चुके हैं, वे मैनेजमेंट के क्षेत्र में कॅरियर की नई शुरुआत के लिए मैट दे सकते हैं।
मैट की परीक्षा अवधि 2.30 घंटे की होगी। इसमें पांच सेक्शन में मल्टीपल च्वॉइस टाइप कुल 200 सवाल पूछे जाएंगे। लैंग्वेज कॉम्प्रेहेंसन, इंटेलीजेंस एंड क्रिटिकल रीजनिंग, डेटा एनालिसिस एंड सफिशिएंसी, मैथेमेटिकल स्किल्स और इंडियन एंड ग्लोबल एन्वायर्नमेंट में प्रत्येक से 40-40 सवाल पूछे जाएंगे। गलत उत्तर देने पर नेगेटिव मार्किंग होगी। इसलिए जवाब सोच-समझकर दें।