माना जा रहा है कि बॉन्ड खरीदने वाले रिटर्न के लिए अपने आसपास के बच्चों को गणित की ओर प्रेरित करेंगे। इस वक्त शहर में गणित पढ़ने वाले बच्चों की संख्या महज 15 प्रतिशत है। इसमें होने वाली बढ़ोतरी पर ही इस बॉन्ड का रिटर्न निर्भर करेगा। एसएफआई ने अब तक लगभग 85 करोड़ रुपए सोशल इंपैक्ट बॉन्ड के लिए जमा कर लिए हैं। इन्हें ‘पे फॉर सक्सेस’ प्रोग्राम के नाम से भी जाना जाता है।
SFI एक एनजीओ है जो सरकार और व्यावसायिक संस्थाओं के साथ सकारात्मक सामाजिक माहौल बनाने का काम करता है। SFI ने मिजरही तेफाहोत बैंक सहित सात निवेशकों से सोशल इंपैक्ट बॉन्ड के जरिए 100 करोड़ से भी ज्यादा रुपए जमा किए हैं।
साधारण बॉन्ड से अलग है माजरा
साधारण बॉन्ड का खरीदार निश्चित राशि का भुगतान करता है। बदले में उसे तय दर का रिटर्न मिलता है। संस्था निवेशक से मिले पैसों का निवेश अलग-अलग जगहों जैसे शेयर बाजार, जमीन खरीदने या स्टार्टअप में निवेश करने में इस्तेमाल करती है।
‘लाभ’ सामाजिक सरोकार पर निर्भर
इस सोशल इंपैक्ट बॉन्ड में रिटर्न और मूलधन की वापसी की भी कोई गारंटी नहीं है। जिस सामाजिक सरोकार के लिए पैसा निवेश किया जाता है, उसके परिणाम पर निर्भर करता है कि निवेशक को मूलधन वापस होगा या नहीं।