पहले दिन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा एंड एनएसडी रेपेर्टरी कंपनी के प्रो. सुरेश शर्मा रूबरू हुए। यह वेबिनार्स केवल थिएटर के इतिहास और आलोचना पर ही नहीं, बल्कि डिजीटल माध्यम से व्यावहारिक प्रशिक्षण पर भी ध्यान केन्द्रित करता नजर आएगा। जानकारी के अनुसार इस व्याख्यान श्रृंखला में लेक-डेम, मास्टर क्लास, थिएटर और कला के अन्य क्षेत्रों की प्रसिद्ध हस्तियों के साथ बातचीत और भारतीय थिएटर में महारत रखने वालों के साथ गहन बातचीत को शामिल किया जाएगा।
एनएसडी प्रशासन ने देश के कोने-कोने में मौजूद ऐसे लोगों तक पहुंच बनाने के लिए इस पहल की योजना बनाई है, जो अपने घरेलू इलाकों के दायरे में सीमित हैं और नियमित रूप से थिएटर का अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं। यह पाठ्यक्रम केवल थिएटर करने वालों के लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी लोगों के लिए हैं, जिन्हें अपने अनुभव के क्षितिज को व्यापक बनाने के लिए मानवीय और कलात्मक सहभागिता की आवश्यकता है। प्रभारी निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा ने बताया कि हमने एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म शुरू किया है, जहां घर बैठे लोग हमारे साथ जुड़ कर ज्ञान हासिल कर सकते हैं।
ये एक्सपर्ट होंगे रूबरू
11 मई – प्रो. अभिलाष पिल्लई – डिवाइज्ड थिएटर एंड डिजिटेलिटी
12 मई – दिनेश खन्ना – टेक्निक्स ऑफ एक्टिंग
13 मई – अब्दुल लतीफ खटाना – वर्किंग विद चिल्ड्रन इन थिएटर
14 मई – हेमा सिंह – बेसिक्स ऑफ स्पीच
15 मई – एस. मनोहरन – साउंड एंड वीडियो टेक्नोलॉजी इन थिएटर
16 मई – सुमन वैद्य – फेस्टिवल मैनेजमेंट
17 मई – राजेश तैलंग – चैलेंजिस ऑफ हिंदी डिक्शन फॉर हिंदी स्पीकिंग एंड नॉन-हिंदी स्पीकिंग