एनटीए के गठन के समय केंद्रीय मानव संसाध विकास मंत्री ने सुझाव दिया था कि मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए कंप्यूटर आधारित नीट परीक्षा का आयोजन साल में दो बार होना चाहिए। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस सुझाव को लेकर चिंता जताते हुए कहा था कि अगर नीट का आयोजन साल में दो बार होता है तो इससे मेडिकल की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा।
अगले साल होने वाली नीट एकल परीक्षा के रूप में आयोजित होगी और पेपर-पेन माध्यम के जरिए ली जाएगी। जिस तरह पिछले साल नीट का आयोजन हुआ था, इस बार भी उसी पैटर्न पर आयोजित की जाएगी और उतनी ही भाषाओं में। नीट 2019 रजिस्ट्रेशन के लिए आधार नंबर अनिवार्य नहीं होगा।