विद्यार्थी को सबसे पहले उस विषय को चिन्हित करना चाहिए जिसमें कि उम्मीद के अनुसार मार्क्स बढ़ सकते हैं। आपको बता दें कि रीटोटलिंग और रीचेकिंग में बहुत अंतर है। रीटोटलिंग में कॉपी के अंकों का टोटल किया जाता है और रीचेकिंग में विद्यार्थी द्वारा दिए गए प्रश्नों के जवाब विषयाध्यापक द्वारा पुनः जांचे जाते हैं। Revaluation में रीटोटलिंग और कोई प्रश्न का उत्तर जांचे बिना अगर रह गया है तो उसको भी चेक किया जाता है। Revaluation में दोनों ही तरीके से कॉपी चेक की जाती है। बहुत से विद्यार्थी जो कम्पार्टमेंट एग्जाम और रेवलुएशन का फार्म भरते हैं और अंक बढ़ने पर पास हो जाते हैं।
यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम में कम्पार्टमेंट आए विद्यार्थी नियत तिथि तक संबंधित विद्यालय में जाकर यूपी बोर्ड कम्पार्टमेंट एग्जाम के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया बोर्ड द्वारा विद्यालयों में अंकतालिका भेजे जाने के बाद शुरू की जाएगी। कम्पार्टमेंट परीक्षा के लिए विद्यार्थी के पास समय कम है तय समय के अंदर ही परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।