उल्लेखनीय है कि लतिका सुभाष महिला कांग्रेस की केरल इकाई की अध्यक्ष है तथा वह एत्तूमनूर सीट से विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ना चाहती थी। छह अप्रैल को पार्टी द्वारा जारी की गई टिकट अभ्यर्थियों की लिस्ट में उनका नाम नहीं था जिसके विरोध में उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने बाद में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी द्वारा जारी की गई 86 उम्मीदवारों की लिस्ट में से केवल 9 महिलाओं को ही टिकट दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनसे जूनियर लोगों को पार्टी ने टिकट दिया है परन्तु उनकी वरिष्ठता को दरकिनार कर उनका नाम टिकट लिस्ट से हटा दिया गया।
कांग्रेस छोड़ने अथवा दूसरी पार्टी ज्वॉइन करने के प्रश्न पर लतिका सुभाष ने कहा कि वह कभी भी कांग्रेस छोड़ कर किसी दूसरी पार्टी को ज्वॉइन नहीं करेंगी। उन्होंने सोनिया गांधी के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर करते हुए उन्हें ही अपना एकमात्र नेता भी बताया। उनके लगाए गए आरोपों पर मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि सुभाष हमेशा से ही पार्टी की एक समर्पित तथा आज्ञाकारी नेता रही है और उनकी उपेक्षा करने का आरोप पूरी तरह से निराधार है। हालांकि किन्हीं कारणों से उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया जा सका परन्तु भविष्य में उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार समायोजित किया जाएगा।