बडगाम से कांग्रेस प्रत्याशी जिग्नेश मेवाणी एक हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं। बनासकांठा जिले के वडगाम विधानसभा में मुख्य मुकाबला बीजेपी के मणिभाई वाघेला, कांग्रेस के जिग्नेश मेवाणी और आम आदमी पार्टी के दलपत भाटिया के बीच है। इस समय यहां से बीजेपी के मणिभाई वाघेला आगे चल रहे हैं। 2017 में इस सीट पर कांग्रेस पार्टी से जिग्नेश कुमार नटवरलाल मेवाणी ने जीत हासिल की थी।
जामनगर नॉर्थ से क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवावा सोलंकी जडेजा आगे चल रही हैं। यहां उन्हें अभी तक 44 हजार से अधिक वोट मिल चुके हैं। दूसरे स्थान पर आप के प्रत्याशी 21 से अधिक वोटों के साथ जबकि कांग्रेस उम्मीदवार 13 हजार वोटों के साथ तीसरे स्थान पर है।
कांग्रेस के गढ़ के रूप में चर्चित विरामगाम सीट से हार्दिक पटेल करीब 20 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। हार्दिक पटेल को अभी तक 55 हजार से अधिक वोट मिल चुके हैं। यहां आप प्रत्याशी दूसरे स्थान पर है। विरामगाम के आप उम्मीदवार 32 वोटों के साथ दूसरे जबकि कांग्रेस प्रत्याशी 20 हजार वोटों के साथ तीसरे स्थान पर है।
कतारगाम से आप के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया चुनावी मैदान में है। हालांकि चार घंटे की वोटिंग के बाद वो काफी पीछे चल रहे हैं। कतारगाम से भाजपा प्रत्याशी विनोद भाई 67 हजार वोटों के साथ पहले नंबर है। गोपाल इटालिया 38 हजार वोटों के साथ दूसरे स्थान पर है।
गांधीनगर दक्षिण से भाजपा के अल्पेश ठाकोर बड़ी बढ़त हासिल किए हुए हैं। चार घंटे की काउंटिंग के बाद अल्पेश 61 हजार से अधिक वोटों के साथ पहले नंबर, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार हिमांशु पटेल 46 हजार वोटों के साथ दूसरे स्थान है।
गुजरात में 1960 से 1975 तक कांग्रेस की सरकार रही। 1975 में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी, लेकिन अगले ही चुनाव यानी 1980 में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी कर ली। 1975 के 15 साल बाद यानी 1990 में एक बार फिर गैर कांग्रेसी सरकार बनी। 1995 में भाजपा ने पहली बार अपनी दम पर सरकार बनाई। तब केशुभाई पटेल राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।
2001 में भाजपा ने पटेल को हटाकर नरेंद्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया। इसके बाद 2002, 2007 और 2012 में नरेंद्र मोदी की अगुआई में भाजपा ने विधानसभा चुनाव जीते। हालांकि, राज्य में पिछला यानी 2017 का चुनाव भी भाजपा ने मोदी के चेहरे पर ही लड़ा था, लेकिन सरकार बचने के बावजूद उसकी सीटें घट गई थीं।