Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: वाराणसी के डेढ हजार से ज्यादा बुजुर्गों व विकलांगों को आज पहली बार घर से मतदान का मौका
Uttar Pradesh Assembly Elections 2022 के लिए वाराणी के 1345 बुजुर्ग, 389 दिव्यांग शनिवा को पहली बार घर बैठे करेंगे मतदान। इसके लिए मतदानकर्मी मोबाइल कंपार्टमेंट लेकर उनके घर पर पहुंचेंगे। मतदानकर्मियों के साथ पार्टी का एक एजेंट भी मौके पर रहेगा। बता दें कि निर्वाचन आयोग ने पहली बार वयोवृद्ध और विकलांग मतदाताओं को ये सुविधा प्रदान की है।
निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के तहत वोटिंग के बाद बुजुर्ग मतदाता
वाराणसी. भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर Uttar Pradesh Assembly elections 2022 के लिए जिले के 1345 बुजुर्ग और 389 विकलांग शनिवार को घर बैठे करेंगे मतदान। बता दें कि भारतीय लोकतंत्र में पहली बार ऐसा हो रहा है जब वयोवृद्ध व विकलांग मतदाताओं को मतदान केंद्र के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। इसके लिए जिला निर्वाचन विभाग की टीम उनके द्वार पर मोबाइल कंपार्टमेंट लेकर पहुंच रही है। मतदानकर्मियों के साथ पार्टी का एक एजेंट भी मौके पर मौजूद रहेगा।
बता दें कि ये पहला मौका है जब भारत निर्वाचन आयोग ने 80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग और विकलांगों को घर बैठे मतदान की सहूलियत प्रदान की है। ऐेसे लोग जो बड़ी मुश्किल मतदान केंद्र तक जा पाते थे उन्हें अब बूथ तक जाने की जरूरत नहीं है। वाराणसी जिले की आठों विधानसभाओं में ऐसे कुल 1345 बुजुर्ग और 389 दिव्यांग मतदाता हैं जो शनिवार को मतदान करेंगे।
बुजुर्गों और विकलांगों के मतदान के लिए कलेक्ट्रेट से 52 पोलिंग पार्टियां आज सुबह 9 बजे रवाना की गईं। ये सभी पोलिंग पार्टियां मतदातों के घर पर जाकर उनका मतदान करवाएंगी और फिर मत पत्र को ट्रेजरी की डबल लॉक में सुरक्षित रख दिया जाएगा। कांउटिंग के समय उसे गिना जाएगा।
जिले के 43 हजार 240 बुजुर्ग व 29 हजार 731 हैं दिव्यांग मतदाता जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देश के क्रम में अभियान चलाकर बीएलओ के माध्यम से जिले के 43 हजार 240 बुजुर्ग व 29 हजार 731 दिव्यांग मतदाताओं के घर घर जाकर पड़ताल की गई थी। बीएलओ ने बुजुर्गों से मिलकर यह पता लगाया था कि वे घर पर वोट देना चाहेंगे या बूथ पर जाकर। इसमें से 1345 बुजुर्गों ने चलने में असमर्थता जाहिर करते हुए घर से वोटिंग की व्यवस्था की मांग की थी। इसी तरह से 389 दिव्यांग मतदाताओं ने घर से वोटिंग की सुविधा मांगी थी। बीएलओ की ओर से ऐसे लोगों से मौके पर फार्म डी भरवाया गया था। पोलिंग पार्टियां घर पर जाकर वोटिंग कराएंगी व मतदाता सूची में डी दर्ज करेंगी ताकि दोबारा बूथ पर वोटिंग कोई न कर सके।
पोस्टल बैलेट पेपर पर कंपार्टमेंट की घेराबंदी के बीच होगा मतदान घर पर वोटिंग की मांग करने वाले दिव्यांग व 80 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों का मतदान पूरी तरह गोपनीय रखने की भी व्यवस्था की गई है। घर पर पोलिंग पार्टियां मोबाइल कंपार्टमेंट लेकर जाएंगी। बुजुर्ग या दिव्यांगजन की सहूलियत के अनुसार उसी के घर में लगाया जाएगा। वे पोस्टल बैलेट पेपर पर कंपार्टमेंट के घेराबंदी के बीच मतदान करेंगे। इसकी बाकायदा वीडियोग्राफी भी होगी और उक्त क्षेत्र के प्रत्याशियों को भी जानकारी दी जाएगी। पार्टी का एक एजेंट भी इस दौरान मौके पर मौजूद रह सकता है।
मतदान के बाद ट्रेजरी के डबल लाक में पोस्टल बैलेट पेपर उप जिला निर्वाचन अधिकारी रणविजय सिंह ने बताया कि चिह्नित बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं का मतपत्र सुरक्षित ट्रेजरी के डबल लाक में रखा जाएगा। मतगणना के दिन बूथ पर भेजा जाएगा, जहां इसकी गिनती होगी।
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