संत रैदास मंदिर में नेताओं के आने का क्रम शुरू हुआ मायावती से वाराणी के सीरगोवर्धनुपर स्थित रैदास मंदिर में नेताओं के आने की शुरूआत करने का श्रेय बीएसपी सुप्रीमों मायावती को जाता है। वही सबसे पहले यहां पहुंची थीं। उन्होंने संत रैदास मंदिर के जीर्णोद्धार में बड़ा सहयोग किया तो रविदास पार्क, रविदास गेट जैसे प्रमुख निर्माण कराए। मायावती के अलावा पूर्व राष्ट्रपति डॉ. केआर नारायणन और ज्ञानी जैल सिंह के साथ ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित कई अन्य नेता समय-समय पर आते रहे।
दो बार आ चुके हैं प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की कमान संभाली तो वो भी यहां की पवित्र माटी को माथे पर लगाने से खुद को न रोक सके। वह यहां दो दफा आए। पीएम के आने के बाद इस मंदिर का सियासी महत्व और भी बढ़ गया। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा वाराणसी के सीरगोवर्धनपुर पहुंचीं थीं और संत शिरोमणि के चरणों में मत्था टेकने के साथ ही लंगर भी चखा था। साथ ही रैदास समर्थकों को संबोधित भी किया था।
क्या बोले यूपी सीएम योगी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “यहां हॉल, उपवन का निर्माण, और सदगुरु की कृपा से काम तेजी से चला रहा है। सदगुरु का रास्ता सामाजिक समरसता के लिए जरूरी है, उसपर सबको चलना चाहिए। मैंने लंगर चखा और गुरुओं से मुलाकात की।”
क्या बोले पंजाब सीएम चन्नी दर्शन के बाद सीएम चन्नी ने कहा, “आज गुरु रविदासजी का जन्मदिन है। मैं गुरु का आशीर्वाद लेने वाराणसी आया हूँ। पूरे जगत को, सभी को इस दिन की शुभकामनाएं। हम हमेशा सरबत (सभी) का भला मांगते हैं। यही मांग मैंने आज की है। मैं अपने गुरु के घर आया हूँ। किसी को इसमें भी राजनीति नजर आती है तो आती रहे।”