स्मृति ईरानी से नजदीकियों का मिला फायदा
यही नहीं इस विवाद को लेकर पहलाज और बोर्ड के मेंबर द्वारा प्रोड्यूसर्स के साथ दुव्र्यवहार का मामला भी सामने आया था। बस इसी विवाद को ही निहलानी के हटाए जाने के पीछे का कारण माना जा रहा है। हालांकि जानकार इसकी असली वजह एकता कपूर और सेंसर बोर्ड के बीच लंबे समय से चली आ रही तनातनी को बता रहे हैं। दरअसल, पिछले महीने आई फिल्म लिपस्टिक अंडर माय बुर्का की रिलीज पर सेंसर बोर्ड ने तमाम प्रतिबंध लगाए थे। फिल्म को लेकर यह विवाद करीब एक साल से चला था। चर्चा है कि इसी दौरान एकता कपूर की पुरानी दोस्त स्मृति ईरानी को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनाया गया, जिसने एकता की राह आसान कर दी। जिसके बाद एकता कपूर सेंसर बोर्ड निहलानी पर हावी हो गई। सूत्रों की मानें तो स्मृति ने अंदर ही अंदर एकता का साथ दिया और सरकार पर निहलानी को हटाने को लेकर दबाव बनाया गया।