ये घटना थाना पिलुआ क्षेत्र के गांव पुठिया के पास की है। यहां पर नगल बरम की रहने वाली कुसुम यादव पत्नी स्व. सूबेदार सिंह यादव की जमीन है। कुसुम यादव ने बताया कि खेत में फसल कटाई का काम चल रहा था। करीब 10 बीघा खेत की फसल कटने के बाद एक खेत में थ्रेसिंग करने के लिये रखी हुई थी। ट्रैक्टर न मिलने का इंतजार हो रहा था, लेकिन उससे पहले ही बड़ी आफत आ गई। रविवार सुबह खेत पर जब कोई नहीं था, उसी दौरान खेत में एकत्र फसल में आग लग गई।
खेत से आग की लपटें उठते देख आस पास के खेत में काम करने वाले किसानों ने पीड़ित किसान परिवार को सूचना दी। सूचना पर थाना पिलुआ पुलिस और फायर ब्रिगेड़ की गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गईं। ग्रामीणों और दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वहीं इस आग लगने की घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है विद्युत विभाग के जर्जर तार खेती के लिये खतरा बने हुये हैं। शार्ट सर्किट से निकलने वाली जरासी चिंगारी किसान की पूरे साल की मेहनत को बर्बाद कर रही है।
महिला किसान के खेत में आग लगने और उसमें हुये नुकसान को लेकर किसानों में आक्रोश है। तो वहीं कुसुम यादव ने बताया कि साल भर की मेहनत बर्बाद हो गई है। उनका कर्ज भी माफ नहीं हो सका। इसके बाद ये बड़ा नुकसान हो गया। वहीं ये पूरा मामला जिलाधिकारी आईपी पांडेय के संज्ञान में पहुंच गया है। जिलाधिकारी ने कहा है कि महिला किसान को जिला प्रशासन की ओर से राहत राशि प्रदान की जायेगी।