ब्लॉक सकीट के प्राइमरी स्कूल हृकिशनपुर में तैनात 50 वर्षीय गंगा सिंह को स्मार्ट फोन चलाना नहीं आता था। इसके चलते वो रोजाना स्कूल खोलते समय और बंद करते समय सेल्फी लेने के लिए अपने बेटे को स्कूल साथ ले जाते थे। शनिवार को भी वे अपने बेटे को स्कूल साथ ले गए थे। रास्ते में बाइक से लौटते समय सड़क दुर्घटना में गंगा सिंह की मौत हो गई, जबकि उनका 22 वर्षीय बेटा जिदंगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है।
वहीं सड़क दुर्घटना में गंगा सिंह की मौत के बाद अन्य शिक्षक इस ऐप को जिम्मेदार मान रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि शिक्षक इतने तनाव में हैं, कि वे कुछ भी काम सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं। गंगा सिंह भी इस ऐप के विरोध में थे, लेकिन सरकारी नीतियों के आगे झुक गए थे। वृद्ध शिक्षक गंगा सिंह को स्मार्ट फोन चलाना ही नहीं आता, तो वे सेल्फी लेकर इस ऐप पर कैसे अपलोड करते। इसलिए रोजाना पुत्र को स्कूल साथ ले जा रहे थे।