मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.अनिल कुमार अग्रवाल के दिशा निर्देशन में सक्रीय टीबी खोज अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत महेवा ब्लाक के ग्राम बहेड़ा, पुरावली एवं बिरहाई में जिला क्षय रोग अधिकारी डाक्टर हरनाम सिंह एवं जिला पीपीएम समन्वयक निर्मल सिंह के साथ क्षेत्र में घर घर जाकर टीबी रोगियों को खोजने वाली 3 सदस्यीय 5 टीमों का औचक निरीक्षण किया। जिसमें जिला क्षय रोग अधिकारी ने खोज करने बाली सभी टीमों को निर्देशित किया कि कम से कम एक घर में 5 मिनट टीबी के लक्षण की जानकारी प्राप्त कर संभावित लोगों का बलगम एकत्र कर जांच कराना सुनिश्चित करें। बलगम परीक्षण में यद्यपि टीबी की पुष्टि होती है तो रोगियों को संपूर्ण इलाज निःशुल्क प्रदान किया जाएगा साथ ही राज्य और केंद्र की निःक्षय पोषण योजना के अंतर्गत टीबी रोगियों को रूपये 500 प्रति माह के हिसाब से डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में दिया जाएगा।
डीटीओ डा.हरनाम सिंह ने कहा कि टीबी हारेगा देश जीतेगा और देश को जिताने के लिए नागरिकों की जिम्मेदारी है । वह अपने आस-पड़ोस में 2 सप्ताह से अधिक खांसी, लगातार बुखार, रात में पसीना आना, भूख न लगना, वजन में लगातार गिरावट आदि लक्षणों वाले रोगियों की पहचान कर उनके बलगम की जांच कराएं । इस अवसर पर जिला पीपीएम समन्वयक निर्मल सिंह ने कहा कि टीबी एक संक्रामक रोग है जोकि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में हवा के माध्यम से फैलता है । भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री का स्वप्न है कि 2025 में टीबी मुक्त भारत बनाया जा सके । इसके लिए टीबी खोज अभियान चलाया जा रहा है। उनके सपने को साकार करने में यह अभियान मुख्य भूमिका अदा करेगा । पूरे प्रदेश में यह सक्रीय टीबी खोज अभियान 10 जून से 22 जून तक चलाया जा रहा है। यह अभियान प्रदेश के सभी 75 जिलों में संचालित किया जा रहा है एक अनुमान के मुताबिक इस अभियान में 8000 से अधिक छूटे हुए टीबी रोगियों को खोजकर उपचार प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। इटावा में 3 दिन के सक्रीय टीबी खोज अभियान के अंतर्गत 15 लोगों में टीबी की पुष्टि हुई है जिनका इलाज शुरू किए जाने की प्रक्रिया आरंभ की जा चुकी है । टीम सुपरवाइजर देवेंद्र दीक्षित भी उपस्थित रहे।