बीजेपी की राजकीय इंटर कॉलेज की जनसभा के बाद शहर में निकाली गई पद यात्रा में अव्यवस्था का माहौल रहा। भीड़ होने की वजह से लोग एक-दूसरे पर गिर रहे थे और धक्का दे रहे थे और इसी धक्का-मुक्की का शिकार सदर विधायक सरिता भदौरिया भी हो गई। एक कार्यकर्ता इस धक्का-मुक्की में सदर विधायक सरिता भदौरिया के बीच आ गया गुस्साई विधायक ने उसको थप्पड़ जड़ दिया। थप्पड़ से बौखलाया कार्यकर्ता भीड़ में कहीं गुम हो गया।
हजारों समर्थकों के साथ समर्थन में रैली का आयोजन किया गया। पैदल मार्च में पार्टी नेताओं कार्यकर्ताओं तथा अन्य लोगों के साथ कृषि मंत्री सांसद एवं विधायकों सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा, ‘जेएनयू में हुई हिंसा की हम लोग निंदा करते हैं। विरोधी एवं विपक्ष नागरिकता संशोधन का विरोध कर रहा है लेकिन हम लोग और देश की जनता समर्थन करती है।’ शाही ने कांग्रेस की सरकार आने पर नागरिकता संशोधन कानून हटाने संबंधी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बयान पर कहा कि उनकी कभी सरकार नहीं आएगी। वह केवल सपने देखें उनका बयान दिवास्वप्न जैसा है।
सांसद रामशंकर कठेरिया ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून दूसरे देशों से आए अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने का बिल है। किसी की नागरिकता छीनने का अधिकार इस कानून में नहीं है। सीएए से देश के नागरिकों की नागरिकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह कानून किसी भी भारतीय हिन्दू, मुस्लिम आदि को प्रभावित नहीं करेगा। इस अधिनियम के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न करने के कारण वहां से आए हिन्दू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म वाले शरणार्थियों को भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी, जो विगत 5 वर्षो से भारत में रह रहे हों तथा धर्म के आधार पर प्रताड़ित किए गए हों।