ऑपरेशन करने वाले हार्ट एवं इण्डोवैस्कुलर सर्जन डा0 अमित सिंह ने बताया कि औरैया निवासी 28 साल की मुमताज के बायें हाथ की खून की नसें कलाई से ऊपर बन्द हो गयी थीं। ऐसा कुछ दिन पहले उन्हें बुखार में गॉव के ही किसी व्यक्ति द्वारा बॉये हाथ में गलत इंजेक्शन देने के कारण हो गया था। इंजेक्शन दिए जाने के बाद उनके हाथों में दर्द होने के साथ ही रक्त प्रवाह भी बन्द हो गया। जिससे हाथों की अंगुलियों में सडऩ शुरू होने लगी थी। परिजनों द्वारा औरैया में दिखाया गया, लेकिन आराम न मिलने पर उन्हें विश्वविद्यालय के कार्डियो वैस्कुलर एवं थोरौसिक सर्जरी विभाग में रेफर कर दिया गया। विभिन्न जॉचों के बाद उनके बॉये हाथ की नसों का तत्काल पेरिफेरल वैस्कुलर इंटरवेंशन द्वारा सफल आपरेशन कर उनके हाथ को कटने से बचा लिया गया।
सफल ऑपरेशन पर विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 (ब्रिगे0) टी0 प्रभाकर, प्रतिकुलपति डा0 रमाकान्त यादव, संकाय अध्यक्ष डा0 अभय सिन्हा, कुलसचिव डा0 पंकज कुमार जैन, चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार, फैकेल्टी मेम्बर तथा विश्वविद्यालय के पीआरओ अनिल कुमार पाण्डेय ने डा0 अमित सिंह एवं उनकी टीम को बधाई दी।
वर्ष 2005 मे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी
अखिलेश यादव के गांव सैफई मे स्थापित इस मेडिकल यूनीवर्सिटी के बारे में कहा जाता है कि देश के किसी भी हिस्से मे स्थापित अन्य मेडिकल कालेजों की तुलना में यह पहला और एक मात्र मेडिकल कालेज है, जो किसी ग्रामीण इलाके में खुला हुआ है।