जिम्मेदारी के चलते लिया जहरीला पदार्थ गांव घुसूपुरा के रहने वाले किसान अशोक कुमार शाक्य के पास एक बीघा जमीन थी, जिसमें खेती करके वह परिवार का पालन पोषण कर रहा था। पैदावार अच्छी न होने के कारण उसने बैंक से 40 हजार रुपए का कर्जा ले लिया। फसल की पैदावार लगातार कई सालों से अच्छी नहीं हो रही थी। इस कारण उसने साहूकारों से भी कर्जा ले लिया। कर्जे की रकम जब डेढ़ लाख रुपए हो गई, तो वह उसे चुकाने में असमर्थ हो गया। वहीं परिवार के पालन पोषण की जिम्मेदारी भी उसी के कंधों पर थी। इसी के चलते मानसिक तनाव में उसने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया।
परिवार के लोग इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल लेकर आए लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अचानक किसान की मौत होने से उसके परिवार में कोहराम मच गया। वह दो भाई थे, जिसमें वह अपने भाई से अलग रहता था। किसान की मौत के बाद परिवार के सामने भरण-पोषण की समस्या आ गई है। अब परिवार में ऐसा कोई व्यक्ति भी नहीं है जो परिवार का खर्चा उठा सके।
एक और किसान ने कर्ज के चक्कर में की आत्महत्या कर्ज के कारण किसान की जहर खाकर आत्महत्या करने की सूचना जैसे ही थानाध्यक्ष चौबिया सतीश यादव को मिली, तो वह पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और घटना की जांच में जुट गए। थानाध्यक्ष सतीश यादव ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बताते चलें कि इससे पहले बसरेहर इलाके मे इससे पहले एक ओर किसान ने फांसी लगाकर जान दे चुका है, जिसको लेकर भी कर्ज की बात सामने आई थी।