समाजवादी पार्टी में विभाजन के बाद लगता है अब परिवार में भी दूरियां बढ़ती जा रही हैं। अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का अध्यक्ष पद ग्रहण किया तो इसके साथ ही मुलायम परिवार की एकता पर भी ग्रहण सा लग गया। शिवपाल यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना ली। वे अपने समर्थकों के साथ इन दिनों लखनऊ में डटे हैं और लोकसभा के लिए टिकट बंटवारे को अंतिम रूप दे रहे हैं। पीएसपी के प्रवक्ता दीपक मिश्रा की मानें तो अभी तक शिवपाल सिंह यादव के सैफई जाने का कोई कार्यक्रम नहीं बना है। वे टिकट वितरण की व्यस्तताओं में होली को भूल से गए हैं।
गौरतलब है कि मुलायम परिवार में लोकपर्व और त्योहारों को बड़ी तरजीह दी जाती रही है। होली, दीवाली जैसे त्योहारों पर पूरा कुनबा देश में कहीं भी हों एक साथ जुटता है और जश्न मनाता है। होली और दीवाली के पर्व पर मुलायम सिंह यादव और खुद अखिलेश यादव लखनऊ छोड़कर सैफई पहुंच जाते हैं। बदायूं से सांसद धर्मेंद्र यादव, मैनपुरी से सांसद तेज प्रताप यादव, सपा महासचिव रामगोपाल यादव सभी के सभी सैफई पहुंचते हैं। और ग्रामीणों, पार्टी कार्यकर्ताओं और मित्रों के साथ त्योहार का मजा लेते हैं। सपा सूत्रों के अनुसार होली के पर्व पर अखिलेश, डिंपल और मुलायम परिवार के सैफई जाने की योजना है। ये रंग वहीं खेलेंगे। होली का रंग जमेगा। मुलायम के लाल अखिलेश तो होंगे लेकिन भाई शिवपाल नहीं होंगे।